नई दिल्ली: भारत में कोरोनावायरस से 76 वर्षीय एक बुजुर्ग व्यक्ति कि मौत हुई है. व्यक्ति कर्नाटक का रहने वाला था. राज्य सरकार ने गुरूवार को यह जानकारी दी है. भारत में इस वायरस से मृत्यु का यह पहला मामला है.
राज्य सरकार ने गुरुवार को बताया कि इस व्यक्ति के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का संदेह था, जिस कारण उसका इलाज चल रहा था. मृत्यु पूर्व लिए गए उसके नमूनों की जांच में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने ट्वीट किया कि इस व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने, उन्हें पृथक रखने और प्रोटोकॉल में शामिल अन्य कदम उठाए जा रहे हैं.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नई दिल्ली में बताया कि 29 जनवरी से 29 फरवरी तक सउदी अरब की यात्रा पर रहे व्यक्ति की मौत ‘एक से ज्यादा बीमारियों के कारण हुई है और उसके कोरोनावायरस से भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.’
अधिकारी ने बताया कि यह व्यक्ति 29 फरवरी को हैदराबाद पहुंचा और वहां से कर्नाटक में कलबुर्गी गया.
श्रीरामुलु ने ट्वीट किया, ‘कलबुर्गी के 76 वर्षीय व्यक्ति, जिसकी मृत्यु हो गयी थी और जो कोविड-19 संक्रमण का संदिग्ध मरीज था, उसमें कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है. उसके संपर्क में आए लोगों का पता लगाने, उन्हें पृथक रखने और प्रोटोकॉल में शामिल अन्य कदम उठाए जा रहे हैं.’
The 76 year old man from Kalburgi who passed away & was a suspected #COVID19 patient has been Confirmed for #COVID19. The necessary contact tracing, isolation & other measures as per protocol are being carried out.
— B Sriramulu (@sriramulubjp) March 12, 2020
राज्य के संयुक्त निदेशक, संक्रामक रोग, बी.जी. प्रकाश कुमार ने कहा कि शव के अंतिम संस्कार में सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘शव को पूरी तरह संक्रमण रहित किया और भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.’
उन्होंने बताया कि तेलंगाना सरकार को भी सूचित किया जा रहा है क्योंकि उक्त व्यक्ति पहले हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में गया था.
कर्नाटक के अधिकारियों ने मंगलवार को उसकी मृत्यु की घोषणा करते हुए कहा था कि मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है.
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, सउदी अरब से वापसी के बाद उसमें वायरस संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे. बाद में छह मार्च को उसे बुखार और खांसी हुई. एक डॉक्टर ने उसके घर जाकर उसे देखा और इलाज किया.
उन्होंने बताया, लक्षण ज्यादा दिखने पर नौ मार्च को उसे कलबुर्गी के निजी अस्पताल में भती्र कराया गया. इस निजी अस्पताल में उसके वायरल न्यूमोनिया से ग्रस्त होने और कोविड-19 से संक्रमित होने की आशंका की बात सामने आयी.
अधिकारी ने बताया कि नौ मार्च को व्यक्ति का नमूना लिया गया… जांच रिपोर्ट का इंतजार किए बगैर उसके तीमारदारों ने जोर दिया कि मरीज को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाए और वे उसे हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में ले गए.
मरीज को हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज हुआ. उसे मंगलवार को कलबुर्गी स्थित गुलबर्गा मेडिकल साइंस संस्थान लाया जा रहा था, उसी दौरान उसकी मौत हो गयी.
कर्नाटक में अभी तक पांच लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है. वहीं, देश में फिलहाल 74 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं और इसके प्रसार को रोकने के लिए दिल्ली सहित कुछ अन्य जगहों पर स्कूल, कॉलेज तथा सिनेमाघर बंद करने के आपात उपाय किये गये हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक सरकार ने देश में कोरोनावायरस के संक्रमण का प्रसार होने के मद्देनजर केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 शुरू किया है. इसके अलावा 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में भी हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं.
केन्द्र और राज्यों की सरकारें कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए कमर कस रही हैं. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है.
इस वायरस के संक्रमण से अभी तक दुनिया भर में कम से कम 4,600 लोगों की मौत हुई है और करीब 1,25,293 लोगों में इसके संक्रमण की पुष्टि हुई है.
कोरोना वायरस से संक्रमित 74 लोगों में 17 विदेशी नागरिक हैं. इनमें 16 इतालवी हैं और कनाडा का एक नागरिक है. इन आंकड़ों में केरल के वे तीन मरीज भी शामिल हैं जिन्हें स्वस्थ होने के बाद पिछले महीने अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.
मंत्रालय ने राज्यवार आंकड़े बताते हुए कहा कि दिल्ली में गुरुवार तक कोरोनावायरस के छह मामले सामने आ चुके हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में 10 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं. कर्नाटक में चार, महाराष्ट्र में 11 और लद्दाख में तीन मामले सामने आए हैं.
इस बीच, दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इसे महामारी घोषित करते हुए राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों, कॉलेजों और सिनेमाघरों को एहतियाती तौर पर 31 मार्च तक बंद रखने की गुरुवार को घोषणा की.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक के बाद यह फैसला किया गया.
केजरीवाल ने कहा कि सरकार द्वारा सरकारी, निजी कार्यालयों, मॉल सहित सभी सार्वजनिक स्थानों को संक्रमण मुक्त बनाना अनिवार्य कर दिया गया है.
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)