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रविवार, 8 जून, 2025
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लखनऊ में नहीं कट रहे 64 हज़ार पेड़, सोशल मीडिया पर चल रहा था गलत प्रचार

गोमती नदी के किनारे करीब 64 हजार पेड़ों के काटे जाने की खबर पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है. इसको लेकर विपक्षी दल के नेता व तमाम पर्यावरणविद योगी सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं.

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लखनऊ: अगले साल फरवरी में यूपी की राजधानी लखनऊ में होने वाले डिफेंस एक्सपो से पहले गोमती नदी के किनारे करीब 64 हजार पेड़ों के काटे जाने की खबर पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही है. इसको लेकर विपक्षी दल के नेता व तमाम पर्यावरणविद योगी सरकार पर निशाना भी साध रहे हैं. मामला बढ़ते देख योगी सरकार अब हरकत में आई है और लखनऊ नगर निगम की ओर से एक सरकारी आदेश के साथ-साथ इस बात को लेकर सफाई जारी की गई कि 64000 पेड़ काटे जाने की बात गलत और तथ्यहीन है.

यूपी के सूचना निदेशक शिशिर सिंह ने इस आदेश की सूचना मीडिया को जारी करते हुए कहा है कि 64000 पेड़ काटे जाने की खबरें गलत हैं. योगी सरकार की ओर से ये भी कहा गया है कि हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट छोटे-छोटे और सजावटी पेड़ों को ही थोड़े दिनों के लिए शिफ्ट करेगा क्योंकि टैंकों की प्रदर्शनी के लिए चौड़ी पट्टी बनाई जानी है.

नगर निगम छोटे और सजावटी पौधों को वहां से हटाकर शहर की अलग-अलग नर्सरी में रखेगा और जब डिफेंस एक्सपो खत्म होगा तो उसे दोबारा गोमती किनारे रिवर फ्रंट पर वापस लगा दिया जाएगा. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों को काटा नहीं जाएगा.

सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल

दरअसल पिछले दिनों कुछ स्थानीय अखबार व वेबसाइट्स में खबर आई थी कि अगले साल फरवरी में होने वाले डिफेंस एक्सपो के लिए गोमती नदी के किनारे से 64,000 पेड़ काटने की तैयारी की जा रही है. नगर निगम ने डिफेंस एक्सपो के लिए एलडीए से 63,799 पेड़ काटने के लिए पत्र लिखा है. हनुमान सेतु से लेकर निशातगंज तक गोमती किनारे लगे पेड़ हटाने का प्रस्ताव भेजा गया है. डिफेंस एक्सपो खत्म होने के बाद गोमती किनारों पर नए पेड़ लगेंगे.

लेकिन अब नगर निगम की ओर से साफ कर दिया गया है कि डिफेंस एक्सपो के लिए कोई पेड़ नहीं काटा जाएगा बल्कि गोमती किनारे छोटे-छोटे पेड़ों को नगर निगम कुछ वक्त के लिए दूसरी जगहों पर शिफ्ट करेगा ताकि डिफेंस एक्सपो में लाई जा रही टैंक का प्रदर्शन किया जा सके. दरअसल, गोमती किनारे और रिवरफ्रंट के पास टैंक राइडिंग के लिए एक चौड़ी पट्टी बनाई जानी है जिस पर टैंकों की प्रदर्शनी लगेगी जो डिफेंस एक्सपो का एक बेहद आकर्षक कार्यक्रम भी होगा.

5 से 8 फरवरी के बीच आयोजित होगा एक्सपो

लखनऊ में अगले साल पांच से आठ फरवरी के बीच आयोजित होने वाले 11वें डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 का थीम ‘भारत उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र’ रखा गया है. यह पहला मौका होगा जब लखनऊ ‘द डेफएक्सपो’ की मेजबानी करेगा. इसमें बड़ी संख्या में अग्रणी देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे. उत्तर प्रदेश में आयोजित होने जा रहे इस मेले में दुनियाभर के अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी.

डिफेंस एक्सपो को भव्य बनाने की कोशिश

गोमती रिवर फ्रंट पर हनुमान सेतु पुल से खाटू श्याम मंदिर तक डिफेंस एक्सपो के तहत टैंक राइडिंग होनी है. दिप्रिंट को मिली जानकारी के मुताबिक, बीते 20 नवंबर को सहायक उद्यान अधिकारी की ओर से जारी इस्टीमेट की चिट्ठी में हजारों पेड़ों के प्रभावित होने का जिक्र भी किया गया था. इसका विरोध शुरू हुआ तो प्रशासन ने पेड़ काटे जाने से इनकार कर दिया. नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि एक्सपो के लिए सिर्फ सजावटी पौधे स्थानांतरित किए जाएंगे जिन्हें कार्यक्रम खत्म होने के बाद वापस उसी जगह लगा दिया जाएगा. स्थानीय अखबारों के मुताबिक डिफेंस एक्सपो के दौरान गोमती नदी में नौसेना के जहाज चलेंगे और सेना के जवान भी नदी के पानी में अपना युद्धकौशल दिखाएंगे.

सरकार का मानना है कि ऐसे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए रिवरफ्रंट के किनारे के सजावटी पेड़ों को कुछ वक्त के लिए एलडीए के बताए हुए स्थानों पर या फिर नर्सरी में रखा जाएगा जिसे वापस डिफेंस एक्सपो खत्म होने के बाद गोमती के किनारे लगा दिया जाएगा.

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