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Friday, 22 November, 2024
होमदेश‘23,000 लोगों को निकाला गया, स्थिति सामान्य होने की ओर’, मणिपुर हिंसा पर सेना ने कहा- हालात नियंत्रण में

‘23,000 लोगों को निकाला गया, स्थिति सामान्य होने की ओर’, मणिपुर हिंसा पर सेना ने कहा- हालात नियंत्रण में

गैर-आदिवासी मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने के बाद मणिपुर में मोइती समुदाय और अन्य समुदाय के बीच हिंसा भड़क उठी थी. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मणिपुर के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से सेना और असम राइफल्स की मांग की थी.

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नई दिल्ली: भारतीय सेना और असम राइफल्स ने मणिपुर में अब तक 23,000 नागरिकों को हिंसा प्रभावित इलाके से सफलतापूर्वक बचा लिया है. इसकी जानकारी भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान में दी. सेना ने कहा कि सभी नागरिकों को ऑपरेटिंग बेस में लाया गया है. मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद केंद्र सरकार ने वहां असम राइफल्स और भारतीय सेना के जवानों को तैनात किया था.

सेना ने अपने बयान में कहा कि बचाव अभियान शुरू होने के बाद से हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, जिसके कारण आज कर्फ्यू में कुछ घंटों की ढील दी गई थी. सेना के मुताबिक आज चुराचांदपुर में सुबह 7 बजे से 10 बजे कर्फ्यू में ढील दी गई थी. सेना ने आधिकारिक बयान में कहा, ‘सेना और असम राइफल्स के प्रयासों के कारण हिंसा में कमी आई है और स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है. सभी समुदायों के नागरिकों को बचाने, हिंसा पर अंकुश लगाने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवान पिछले 96 घंटों से लगातार काम कर रहे हैं. बीते 96 घंटों में हिंसा की बड़ी सूचना नहीं मिली है, इसलिए कर्फ्यू में ढील दी जा रही है. आज सुबह 7-10 बजे चुराचांदपुर कर्फ्यू में ढील दी गई, उसके तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने फ्लैग मार्च किया.’

इसमें आगे कहा गया है, ‘अब तक कुल 23,000 नागरिकों को बचाया गया है और उन्हें अपने ऑपरेटिंग बेस/सैन्य गैरीसन में ले जाया गया है.’

इससे पहले 3 मई को उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद चुराचांदपुर जिला प्रशासन ने इस हिंसा प्रभावित जिले में पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया था.

बयान के अनुसार, पिछले 24 घंटों में सेना ने हवाई निगरानी, ​​यूएवी की आवाजाही और इम्फाल घाटी के भीतर सेना के हेलीकॉप्टरों की तैनाती के माध्यम से निगरानी बढ़ा दी है.

मणिपुर सरकार ने 3 और 4 मई को हालत बिगड़ने के बाद भारत सरकार से सेना और असम राइफल्स की मांग की थी.

राज्य के पुलिस महानिदेशक पी डोंगल ने कहा है कि सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के बाद राज्य की स्थिति में काफी सुधार हुआ है.

उन्होंने कहा कि मणिपुर में आरएएफ, बीएसएफ और सीआरपीएफ जैसे अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रमुख कुलदीप सिंह को राज्य का सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया है.

राज्य के डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने मणिपुर में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) आशुतोष सिन्हा को ऑपरेशनल कमांडर नियुक्त किया है.

सेना ने शुक्रवार को पहले एक बयान में कहा था कि सभी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्रवाई के कारण मणिपुर में स्थिति को नियंत्रण में लाया गया है.

भारतीय सेना ने कहा था, ‘IAF के दो विमान C17 ग्लोबमास्टर और AN 32 ने असम के हवाई क्षेत्रों से लगातार निगरानी के लिए उड़ान भर रहे हैं.’

बता दें कि अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को शामिल करने के विरोध में पूर्वोत्तर राज्य के कुछ जिलों में सामुदायिक झड़पों के बाद हिंसा भड़क उठी थी.


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