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Wednesday, 26 June, 2024
होमदेशदिल्ली के निज़ामुद्दीन में 200 लोगों को कोविड 19 के लिए टेस्ट किया गया, 7 पॉजिटिव निकले

दिल्ली के निज़ामुद्दीन में 200 लोगों को कोविड 19 के लिए टेस्ट किया गया, 7 पॉजिटिव निकले

दिल्ली पुलिस ने पूरे निजामुद्दीन क्षेत्र की घेराबंदी कर ली है और ड्रोन के माध्यम से आवाजाही की निगरानी कर रही है. उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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नई दिल्ली: दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के निज़ामुद्दीन क्षेत्र से कम से कम 200 लोगों को कोविड 19 के टेस्ट के लिए सोमवार को ले जाया गया. दिप्रिंट को इस बात का पता चला कि जब इस क्षेत्र के सात लोग पॉजिटिव पाये गए, कुछ और ने भी कोरोनावायरस के लक्षण होने की शिकायत की.

दिल्ली पुलिस ने सारे क्षेत्र की नाकेबंदी कर दी है और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार लोगों की आवाजाही पर ड्रोन के ज़रिए नज़र रखी जा रही है.

10 मार्च को हुआ था जमावड़ा

निज़ामुद्दीन मरकज़ मस्जिद में, जो कि एक घनी आबादी वाले क्षेत्र में है, में इंडोनीशिया, मलेशिया, साऊदी अरब और किरगिस्तान के जायरीन आये थे. ये जमावड़ा तब्लीगी जमात ने बुलाया था. इस बात का शक है कि स्थानीय लोगों को उस समय संक्रमण हो गया होगा.

उस जमावड़े में मौजूद 2 लोग कोविड पॉजिटिव पाये गए हैं. वहीं एक धार्मिक प्रचारक जो यहां आए थे, उनकी पिछले हफ्ते श्रीनगर में मौत हो गई थी. दिल्ली आने के पहले वो धर्म प्रचारक उत्तर प्रदेश के देवबंद भी गये थे.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘30 लोगों को दो दिन पहले टेस्टिंग के लिए ले जाया गया था. क्योंकि ये घनी आबादी वाला इलाका है, इसलिए फैसला लिया गया कि खेप में लोगों को जांच के लिए ले जाया जाये.’

अधिकारी ने कुल कितने लोगों का टेस्ट किया इस संख्या की पुष्टि नहीं की है. अधिकारी ने कहा, ‘आज एक बड़े समूह को टेस्टिंग के लिए ले जाया गया और अभी और लोगों की टेस्टिंग की जायेगी.’

निज़ामुद्दीन मरकज़ मस्जिद के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद शोएब ने कहा कि उन्होंने प्रशासन को नामों की सूची दी है, जिनको भी स्वास्थ्य समस्या है – जैसे सर्दी, खांसी आदि. उनका कहना है कि अभी तक उनके पास कोई पॉजिटिव केस नहीं आया है.

इलाके को सील किया गया

दिल्ली पुलिस ने सारे क्षेत्र को इसलिए सील किया है क्योंकि ‘वे कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहते.’

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है, ‘हम उस इलाके के किसी भी व्यक्ति को बाहर आने नहीं दे सकते, क्योंकि वो संक्रमण फैला सकते हैं. उनको क्वारेंटाइन किया गया है.’

उस अफसर ने साथ ही कहा, ‘हम लगातार घोषणाएं कर रहे हैं लोगों से घरों में रहने की, एरिया में पेट्रोलिंग कर रहे हैं और ड्रोन से लोगों की आवाजाही पर नज़र रख रहे हैं. लोगों को कह दिया गया है कि अगर वे आदेश का पालन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जायेगी.’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक और अधिकारी का कहना है कि यहां पर 1000 एसे लोग हैं जो कि 10 मार्च को संक्रमित लोगों के संपर्क में आए थे.

अधिकारी का कहना था, ‘संक्रमित लोग जिनसे मिले, वो बाद में बस पकड़ कर अपने अपने राज्यों में चले गए. ये बहुत ही मुश्किल स्थिति है इसलिए हम एतिहात बरत रहे हैं. इस इलाके के लोगों को अलग-थलग रहना चाहिए ताकि इस वायरस का संक्रमण और न फैलें’

(इस ख़बर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

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1 टिप्पणी

  1. This Is Not Jamavada
    Aap Kisi Kai Dharam Kai liye Galat Shabad Istemal nhi kar skte
    Aap Ko chahiye Ki Aap Apne Phle Shabad sudhare
    Hum sbhi Is Kahar se guzar rhe hai Duniya Mein Dharm bezzati se accha Aap insaniyat par Dhyan Dein

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