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Tuesday, 19 August, 2025
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उत्तर प्रदेश के 15 छात्रों को ब्रिटेन में मिलेगी पूरी तरह से फंडेड मास्टर्स डिग्री

चीवनिंग, यूके सरकार का अंतरराष्ट्रीय स्कॉलरशिप कार्यक्रम है, जिसे विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (FCDO) और साझेदार संगठनों द्वारा फंड किया जाता है. यह छात्रों को ब्रिटेन में उच्च शिक्षा हासिल करने का अवसर प्रदान करता है.

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लखनऊ: यूनाइटेड किंगडम सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत राज्य के छात्रों को प्रतिष्ठित चीवनिंग स्कॉलरशिप कार्यक्रम का लाभ मिलेगा. यह समझौता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन की मौजूदगी में हस्ताक्षरित हुआ.

समझौते के तहत, उत्तर प्रदेश के 15 छात्रों को ब्रिटेन में एक वर्ष की मास्टर्स डिग्री के लिए पूर्ण वित्तीय सहायता मिलेगी. भारत में चल रहा चीवनिंग कार्यक्रम दुनिया का सबसे बड़ा है, जिसके तहत 1983 से अब तक 3,900 से अधिक छात्र और फेलो लाभान्वित हो चुके हैं.

ब्रिटिश उच्चायोग की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, “यूनाइटेड किंगडम सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. इस समझौते के तहत राज्य से 15 छात्रों को ब्रिटेन में एक साल की मास्टर्स डिग्री पूरी करने के लिए पूर्ण वित्तीय सहयोग मिलेगा. यह समझौता आज लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन की मौजूदगी में हुआ.”

बयान में आगे कहा गया कि “भारत में चीवनिंग कार्यक्रम दुनिया का सबसे बड़ा है, जिससे 1983 से अब तक 3,900 से अधिक छात्र और फेलो लाभान्वित हुए हैं. यह ब्रिटेन की इस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह भविष्य के नेताओं को तैयार करने के लिए समर्पित है. चीवनिंग एलुमनाई अपनी विश्वस्तरीय शिक्षा और वैश्विक नेटवर्क का इस्तेमाल करके न केवल वैश्विक चुनौतियों का समाधान खोजते हैं, बल्कि अपने समुदायों में भी सकारात्मक बदलाव लाते हैं.”

यह समझौता ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में शिष्टाचार मुलाकात के दौरान हुआ. समझौते पर हस्ताक्षर के बाद कैमरन ने कहा कि यूके और भारत के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं, जिसमें हाल ही में हस्ताक्षरित मुक्त व्यापार समझौता (FTA) और ‘विज़न 35’ नई संभावनाओं के द्वार खोल रहे हैं.

ब्रिटिश उच्चायुक्त कैमरन ने कहा, “आज लखनऊ आकर मुख्यमंत्री के साथ नए चीवनिंग स्कॉलरशिप पर हस्ताक्षर करना शानदार अनुभव है. इस समझौते से अगले तीन वर्षों तक हर साल पांच छात्रों को पूरी तरह फंडेड स्कॉलरशिप पर ब्रिटेन जाने का अवसर मिलेगा. यह भारत और ब्रिटेन के बीच बढ़ते रिश्तों का हिस्सा है.”

कैमरन ने आगे कहा, “हाल ही में व्यापार समझौते और विज़न 35 पर भी हस्ताक्षर हुए हैं. यह नई साझेदारी दोनों देशों के प्रधानमंत्री द्वारा पीएम मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान की गई थी. ऐसे में शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ व्यापार में भी अपार अवसर खुलेंगे.”

चीवनिंग, यूके सरकार का अंतरराष्ट्रीय स्कॉलरशिप कार्यक्रम है, जिसे विदेश, राष्ट्रमंडल एवं विकास कार्यालय (FCDO) और साझेदार संगठनों द्वारा फंड किया जाता है. यह छात्रों को ब्रिटेन में उच्च शिक्षा हासिल करने का अवसर प्रदान करता है.

इस स्कॉलरशिप के लिए पात्र होने के लिए छात्र के पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए ताकि वह ब्रिटेन की मास्टर्स डिग्री के लिए योग्य हो सके. आवेदन करने वाले छात्रों को तीन अलग-अलग मान्य पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करना होगा और उनमें से कम से कम एक से बिना शर्त प्रवेश प्राप्त करना होगा.

चयनित छात्रों की विश्वविद्यालय की पूरी फीस, मासिक वजीफा, ब्रिटेन आने-जाने का यात्रा भत्ता, आगमन भत्ता, एक वीज़ा आवेदन की लागत और यूके में चीवनिंग इवेंट्स में भाग लेने के लिए यात्रा अनुदान प्रदान किया जाएगा.

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