भारत 28 जुलाई से 11 अगस्त के बीच होने वाले युद्ध सैन्य अभ्यास के लिए अपनी सेना के कई दल भेजेगा ।
दिल्ली: रूस, चीन एवं पांच अन्य देशों की मेज़बानी में अगले हफ़्ते से शुरू हो रहे युद्धाभ्यास में भारत पाकिस्तान एवं चीन के साथ भाग लेगा।
यह अंतर्राष्ट्रीय सेना खेल 28 जुलाई से 11 अगस्त के दौरान सात देशों – चीन, रूस, बेलारूस, अज़रबैजान, कज़ाख़िस्तान, आर्मेनिया और ईरान के मध्य आयोजित किए जाएंगे।
चीन का भारत को निमंत्रण भेजना और भारत की स्वीकृति दर्शाते हैं कि नयी दिल्ली एवं बीजिंग के संबंधों में सुधार हो रहा है । इसकी शुरुआत वुहान में आयोजित किये गए एक “अनौपचारिक” शिखर सम्मलेन से हुई जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी ।
भारत अपनी सेना की कई टुकड़ियों को इस युद्धाभ्यास के लिए भेज रहा है। चीन में होने वाले इस अभ्यास में एक सिम्युलेटेड उभयचर (एम्फीबियस )प्रयास भी शामिल है।
भारतीय दल अपने साथ कोई उपकरण नहीं ले जायेगा ; वे रूस एवं चीन द्वारा दिए गए हथियारों का प्रयोग करेंगे।
रूस की मेजबानी में होनेवाले यह खेल मुख्यतः उन देशों के बीच होने हैं जिन्होंने “शीत युद्ध” के दौरान वारसा संधि पर हस्ताक्षर किये थे। हालाँकि स्वयं भारत ने इस संधि पर हस्ताक्षर नहीं किये थे। अब की ही तरह उस समय भी भारत “गुट निरपेक्ष ” था।
रक्षा मंत्रालय के एक सूत्र ने दि प्रिंट से हुई बातचीत के दौरान बताया कि चीन ने तीन अभ्यासों के लिए भारत को “आब्जर्वर” यानी पर्यवेक्षक का दर्ज़ा प्रदान किया है। ये तीन अभ्यास हैं इन्फैंट्री फाइटिंग वाहनों (बी एम पी ) के मध्य प्रतियोगिता , समुद्र जनित हमले एवं बारूदी सुरंगों को निष्प्रभावी करने के तरीके। भारतीय सेना रूस में दो युद्धाभ्यासों में भाग लेगी, जिनमें से एक “टैंक बायथलॉन” भी है।
ये खेल रूस में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन सैन्य अभ्यासों से तुरंत पहले हो रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सैन्य खेलों में भारत की भागीदारी और रूस और चीन दोनों के द्वारा भारत को आमंत्रित करने से विदेश नीति पर प्रभाव अवश्य पड़ेगा। चीन के रक्षा मंत्री वी फेंघे ने हाल ही में कहा है कि रूस और चीन ने “यह रणनीतिक साझेदारी अमरीकी प्रभुत्व को चुनौती देने के उद्देश्य से बनाई है। ”
भारतीय दल पर्वतीय युद्ध गश्ती अभ्यासों के साथ रूस में होनेवाली एक स्नाइपर प्रतियोगिता में भी शामिल होंगे। चीन में होने वाले खेलों में उभयचर हमलों में विशेषज्ञता रखनेवाली एक भारतीय पैदल सेना बटालियन भी शामिल होगी।
भारत ने इससे पूर्व अंतर्राष्ट्रीय सेना खेलों में भाग तब लिया था जब वे सोवियत संघ में आयोजित किये गए थे । इस बार खेलों की मेज़बानी रूस एवं चीन साथ मिलकर कर रहे हैं ।
भारतीय नौसेना वर्तमान में विश्व के सबसे बड़े युद्धाभ्यास, रिमपैक (RIMPAC, रिम ऑफ पैसिफिक के लिए एक संक्षिप्त नाम ) में भाग ले रही है जो अमरीका द्वारा हवाई द्वीपों में कराये जा रहे हैं।
Read in English : In a first, India & Pakistan will be in wargames in China and Russia, troops leave next week