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Friday, 22 November, 2024
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कोविड से निपटने के लिए CM योगी ने ‘टीम 11’ को हटा बनाई ‘टीम 9’ मंत्रियों को भी सौंपी जिम्मेदारी

पिछली टीम में सिर्फ सिविल सर्वेंट्स थे. नई टीम में, सभी नौ सदस्यों को राज्य में महामारी से निपटने के लिए अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं और इसमें मंत्रियों को भी शामिल किया गया है.

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लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शुक्रवार को कोविड-19 के प्रबंधन और अन्य संबंधित कार्यों के लिए ‘टीम-9’ गठित की है जो पूरानी कोर टीम ‘टीम-11’ की जगह लेगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.

अपर मुख्‍य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने शुक्रवार को बताया कि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कोविड-19 और अन्य कार्यों के प्रभावी नियंत्रण के लिए ‘टीम-9′ का गठन किया है. यह टीम मुख्‍यमंत्री को सीधे रिपोर्ट करेगी और विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्यों को सुचारू रूप से संपादित कराएगी.

पिछले वर्ष कोरोना महामारी के बीच मुख्यमंत्री ने टीम-11 का गठन किया था जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी थे. उनके साथ मुख्‍यमंत्री रोजाना बैठक करके कोविड-19 प्रबंधन की समीक्षा करते और जरूरी दिशा निर्देश देते थे.

मुख्‍यमंत्री ने शुक्रवार की समीक्षा बैठक में कहा कि कोविड की अब तक लड़ाई में हमारी टीम-11 ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. ‘टीम वर्क’ का ही परिणाम है कि कोविड-19 की पिछली लहर में उत्तर प्रदेश सुरक्षित रहा.

योगी ने कहा,‘बदलती परिस्थितियों के दृष्टिगत एक नई टीम-9 का गठन किया गया है जो राज्य स्तर पर कोविड प्रबंधन से जुड़े कार्यों को देखेगी, नीतिगत निर्णय लेगी और उसे लागू करा सकेगी. टीम-11 की तरह ही यह टीम-9 सीधे मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेगी. आपदा की इस घड़ी में हम सभी जनहित में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना सुनिश्चित करेंगे.’


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कौन-कौन हैं टीम में

नवगठित ‘टीम-9’ में चिकित्सा शिक्षा मंत्री की टीम द्वारा कोविड-19 मरीजों के लिए अस्पताल में बिस्तर, मानव संसाधन की उपलब्धता, प्रशिक्षण और टीकाकरण से जुड़े कार्य संपादित कराए जाएंगे. इसमें अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा भी शामिल होंगे.

स्वास्थ्य मंत्री की टीम मेडिकल किट, नमूनों की कोविड-19 जांच और स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी से जुड़े कार्यों के प्रति जवाबदेह होगी जिसमें स्वास्थ्य राज्य मंत्री और अपर मुख्‍य सचिव स्‍वास्‍थ्‍य भी होंगे.

टीम-9 में तीसरे सदस्य के रूप में मुख्य सचिव होंगे जो भारत सरकार के साथ समन्वय से जुड़े कार्यों/पत्राचार आदि का निर्वहन करेंगे, साथ ही निगरानी भी इनकी जिम्मेदारी होगी.

टीम के चौथे सदस्य अपर मुख्‍य सचिव गृह होंगे जो प्रदेश में ऑक्सीजन की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करने और परिवहन से संबंधित कार्य करेंगे.

टीम-9 के पांचवें सदस्य के रूप में पुलिस महानिदेशक को जिम्मेदारी दी गई है जिनकी अगुवाई में निषिद्ध क्षेत्र, कानून-व्यवस्था, साप्ताहिक बंदी और कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन हाोगा.

छठे सदस्य अपर मुख्‍य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज की होंगे जिनकी टीम स्वच्छता, फॉगिंग, सेनिटाइजेशन और निगरानी समितियों की निगरानी करेगी.

टीम के सातवें सदस्य के रूप में कृषि उत्पादन आयुक्त की जवाबदेही गन्ना, खाद्यान्न वितरण, पशुपालन और कृषि आदि संबंधित कार्यों के सुचारू क्रियान्वयन की होगी जबकि टीम में आठवें सदस्य औद्योगिक और अवस्थापना विकास आयुक्त (आईआईडीसी) होंगे, वह प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों के सुगम कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होंगे और औद्योगिक इकाइयों से इनका सीधा संवाद होगा.

टीम के नौवें सदस्‍य के रूप में अपर मुख्‍य सचिव राजस्‍व को शामिल किया गया है जिनके जिम्मे प्रवासी श्रमिकों से जुड़े प्रबंधन रहेंगे.

अपर मुख्‍य सचिव सूचना को टीम-9 के साथ समन्‍वय स्‍थापित करने की जिम्मेदारी दी गई है.

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने टीम-9 के सदस्यों को निर्देश दिया है कि कोविड संक्रमण के दृष्टिगत प्रदेश में कक्षा एक से 12वीं तक के सभी विद्यालयों में 10 मई तक अवकाश रखा जाए, कोचिंग संस्थाएं भी बंद रहेंगी और ऑनलाइन कक्षाएं भी स्थगित रखी जाएं.

उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात्रि आठ बजे से मंगलवार सुबह सात बजे तक के साप्ताहिक कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए. इस अवधि में औद्योगिक गतिविधियां यथावत संचालित होती रहें और टीकाकरण के लिए आवागमन करने वालों को भी छूट दी जाएगी. इसके अलावा केवल आवश्यक सेवाएं जारी रहेगी.

योगी ने कहा कि आवश्यकतानुसार पास जारी किया जा सकता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों के परिजनों को हर दिन उनके मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी जरूर दी जाए. सभी सरकारी और निजी अस्पताल में यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू की जाए और मुख्य सचिव कार्यालय इस व्यवस्था की समीक्षा करें.


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