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Thursday, 2 May, 2024
होमहेल्थ'खत्म नहीं हुई है कोविड की दूसरी लहर', देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 48 मामले

‘खत्म नहीं हुई है कोविड की दूसरी लहर’, देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 48 मामले

गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन दी जा सकती है. हालांकि बच्चों के टीकाकरण को लेकर अंतरराष्ट्रीय जूरी में अभी भी बहस जारी है कि क्या बच्चों को टीकाकरण की जरूरत है. अमेरिका में कुछ कॉम्पलीकेशन देखी गई हैं.

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नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि अब तक देश में अनुक्रमण (जीनोम) किये गये 45000 नमूनों में से कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 48 मामले सामने आये और उनमें से सबसे अधिक 20 मामले महाराष्ट्र से हैं.

आईसीएमआर के बलराम भार्गव ने कहा, ‘तमिलनाडु में डेल्टा प्लस के नौ मामले सामने आए हैं जबकि मध्य प्रदेश में सात, केरल में तीन, पंजाब और गुजरात में दो-दो तथा आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू और कर्नाटक में एक-एक मामले सामने आए हैं.

गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित है टीका

भार्गव ने आगे कहा, ‘कोविड-19 के दोनों ही टीके –कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 के अल्फा, बीटा, गामा एवं डेल्टा स्वरूपों के विरूद्ध काम करते हैं. अबतक (जीनोम) अनुक्रमण किये गये 45000 नमूनों में से कोविड के डेल्टा प्लस स्वरूप के 48 मामले सामने आये और उनमें से सबसे अधिक 20 महाराष्ट्र के हैं.’

भार्गव ने आगे कहा कि डेल्टा प्लस के लिए भी हम वही परीक्षण कर रहे हैं जो हमने अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा के लिए किया है. टीके के प्रभाव की जांच के लिए प्रयोगशाला परीक्षण को देखते हुए और हमें लगभग 7 से 10 दिनों में परिणाम मिलने चाहिए.

महिलाओं और बच्चों को टीका दिए जाने पर भार्गव ने साफ किया, ‘स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन दी है जिसमें कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन दी जा सकती है. टीकाकरण गर्भवती महिलाओं में उपयोगी है और इसे दिया जाना चाहिए.’

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वहीं बच्चों को वैक्सीन दिए जाने के मामले में उन्होंने कहा, ‘एक ही देश है जो इस समय बच्चों को वैक्सीन दे रहा है. क्या बहुत छोटे बच्चों को कभी टीके की आवश्यकता होगी, यह अभी भी एक प्रश्न है. जब तक हमारे पास बच्चों के टीकाकरण पर अधिक डेटा नहीं होगा, हम बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण करने की स्थिति में नहीं होंगे.’

उन्होंने आगे कहा, हालांकि, हमने 2-18 वर्ष की आयु के बच्चों पर एक छोटा रिसर्च शुरू किया है और हमारे पास सितंबर या उसके बाद इसके परिणाम होंगे. बच्चों के टीकाकरण को लेकर अंतरराष्ट्रीय जूरी अभी भी बहस कर रहे हैं कि क्या बच्चों को टीकाकरण की जरूरत है. हमने अमेरिका में कुछ कॉम्पलीकेशन देखी गई हैं.

राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ एस के सिंह ने कहा कि ‘डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले हमारे देश में अभी बहुत कम पाए गए हैं. डेल्टा प्लस वैरिएंड की संख्या पूरे देश में अब तक 48 है. ‘

हालांकि सरकारी सूत्रों की अगर माने तो देश में डेल्टा प्लस वैरिएंट के अब तक 50 मामले सामने आए हैं. जबकि मध्य प्रदेश में इससे दो लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है.


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174 जिलों में चिंताजनक कोविड वैरिएंट मिले

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल कहा कि भारत में कोविड-19 के 90 फीसदी मामले बी.1.617.2 (डेल्टा) स्वरूप के हैं. उन्होंने कहा,‘ 35 राज्यों/ केंद्रशासित प्रदेशों के 174 जिलों में चिंताजनक कोविड स्वरूप के मामले पाये गए हैं. इनमें से सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में मिले हैं.’

सरकार ने कहा कि कोविड-19 के चिंताजनक स्वरूप के मामलों का अनुपात मई, 2021 के 10.31 फीसदी से बढ़कर जून, 2021 में 51 फीसदी हो गया.

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा पिछले 24 घंटे में 51,666 कोविड मामले दर्ज़ किए गए थे. पिछले एक हफ्ते में कोरोना मामलों में 24% की कमी आई हैं. देश में 125 ज़िले ऐसे हैं जहां सिर्फ़ 100 से अधिक मामले आ रहे हैं.सक्रिय मामलों की संख्या 6,12,000 है.

लव अग्रवाल ने यह भी कहा, ‘रिकवरी दर बढ़कर 96.7% हो गया है. हम रोज़ 17.58 लाख कोविड टेस्ट कर रहे हैं. देश में अब तक 31,13,18,355 वैक्सीन की डोज़ दी गई है. पिछले कुछ घंटे में ही देश में 34 लाख से अधिक वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी है.

सरकार ने कहा कि भारत में कोविड की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, अब भी 75 जिलों में कोरोनावायरस संक्रमण की दर 10 फीसदी से अधिक तथा 92 जिलों में 5-10 फीसदी के बीच है.


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