नई दिल्ली: स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को राज्यों और केंद्र प्रदेशों से अनुरोध किया कि वे 15 से 18 वर्ष की आयु वाले लाभार्थियों के बीच दूसरी खुराक में तेजी लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दें और यह सुनिश्चित करें कि जिन लाभार्थियों को पहली खुराक नहीं लगी है उन्हें समय-सीमा के अनुसार पहली डोज दी जाए.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए पत्र लिखा, ‘मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप से संबंधित सभी अधिकारियों को 15-18 वर्ष की आयु के लाभार्थियों के बीच दूसरी खुराक के कवरेज में तेजी लाने का निर्देश दें, और यह भी सुनिश्चित करे की एक खुराक लेने वाले शेष लाभार्थी भी समय के रहते टीका लगवा लें.’
पत्र में इस बात पर जोर दिया गया है कि उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य और वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के आधार पर भारत के राष्ट्रव्यापी कोविड 19 टीकाकरण कार्यक्रम का चरणबद्ध तरीके से विस्तार किया गया है और इस समय 15 साल और उससे अधिक आयु के सभी व्यक्ति टीका प्राप्त करने के पात्र हैं.
भारत सरकार के साथ-साथ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के कड़ी सफलताओ से, केंद्र ने कोविड-19 वैक्सीन की 166.68 करोड़ से अधिक खुराक दी है जो दुनिया में सबसे अधिक है.
15-18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए कोविड-19 का टीकाकरण 3 जनवरी, 2022 से शुरू हुआ था और अब तक, इस आयु वर्ग में 4.66 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं. जिसके परिणामस्वरूप एक महीने से भी कम की अवधि में 63 प्रतिशत की पहली खुराक दी जा चुकी हैं.
आगे उन्होंने पत्र में लिखा है, इस ऐज ग्रुप में इस्तेमाल की जाने वाली वैक्सीन कोवाक्सिन है जिसमें प्राथमिक टीकाकरण कार्यक्रम को पूरा करने के लिए दो खुराकों के बीच 28 दिनों का अंतराल होता है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुझाव दिया कि बच्चों की आबादी पर प्रभावी संचार रणनीति और उनके देखभाल करने वालों को समय पर टीकाकरण पूरा होने और उनके वैक्सीन पर विश्वास बनाए रखने के बारे में जानकारी देने के लिए तैयार किया जाना चाहिए.
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