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Friday, 3 May, 2024
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सरकार का दावा, कोविड के खिलाफ दो-तिहाई भारतीयों में है एंटीबॉडी, 40 करोड़ को अब भी संक्रमण का खतरा

सरकार के मुताबिक सर्वेक्षण में शामिल किये गये स्वास्थ्य कर्मियों में 85 प्रतिशत में सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ एंटीबॉडी है और स्वास्थ्य कर्मियों में 10 प्रतिशत का अब तक टीकाकरण नहीं हुआ है.

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नई दिल्लीः सरकार ने मंगलवार को कहा कि एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण के मुताबिक करीब 40 करोड़ लोगों को अब भी कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा है, जबकि छह साल से अधिक आयु की देश की आबादी के दो तिहाई हिस्से में सार्स-सीओवी-2 एंटीबॉडी पाई गई है.

सरकार ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के चौथे राष्ट्रीय कोविड सीरो सर्वे के नतीजों से उम्मीद की किरण नजर आ रही है, लेकिन ढिलाई की कोई जगह नहीं है और कोविड से जुड़े नियमों का अनुपालन करना होगा.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हालिया राष्ट्रीय सीरो सर्वे में दो-तिहाई या छह वर्ष से अधिक आयु की भारत की 67.6 प्रतिशत आबादी में सार्स-सीओवी-2 एंटीबॉडी पाई गई है.

अधिकारी ने कहा कि एक तिहाई आबादी में यह एंटीबॉडी नहीं है, जिसका मतलब है कि करीब 40 करोड़ लोगों को अब भी कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा है.

सरकार के मुताबिक सर्वेक्षण में शामिल किये गये स्वास्थ्य कर्मियों में 85 प्रतिशत में सार्स-सीओवी-2 के खिलाफ एंटीबॉडी है और स्वास्थ्य कर्मियों में 10 प्रतिशत का अब तक टीकाकरण नहीं हुआ है.

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सर्वेक्षण में 28,975 आम आदमी और 7,252 स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया था.

चौथे दौर का सर्वेक्षण 21 राज्यों में 70 जिलों में किया गया, जहां पिछले तीन दौर का सर्वेक्षण भी किया गया था.

सरकार ने कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन करने पर जोर देते हुए कहा कि सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक समागम से दूर रहना चाहिए और अनावश्यक यात्राएं टालनी चाहिए.

सरकार ने कहा, ‘पूरी तरह से टीकाकरण कराने के बाद ही यात्रा करनी चाहिए.’ आईसीएमआर ने यह सुझाव भी दिया कि प्राथमिक विद्यालयों को पहले खोलना विवेकपूर्ण होगा क्योंकि बच्चे वायरस संक्रमण से कहीं बेहतर निपट सकते हैं.

आईसीएमआर ने कहा, ‘फैसला लेने के बाद और सभी कर्मचारियों का टीकारकण होने के बाद प्राथमिक विद्यालयों को पहले खोलना विवेकपूर्ण होगा.’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मंगलवार के अद्यतन आंकड़ों के मुताबिक भारत में 125 दिन में कोविड-19 के एक दिन में सबसे कम 30,093 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 3,11,74,322 हो गए.

सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, देश में 374 और लोगों की संक्रमण से मौत हो जाने के बाद कुल मृतक संख्या बढ़कर 4,14,482 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी कम होकर 4,06,130 हो गई है, जो पिछले 117 दिन में सबसे कम है.

बता दें कि जून और जुलाई में किए गए इस सर्वे यह अंतर नहीं किया जा सका कि लोगों में जो एंटीबॉडी विकसित हुई है वह संक्रमण के कारण है या कि वैक्सीन के कारण. क्योंकि वैक्सीन लेने वाले लोगों के बारे में यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि उन्हें कभी संक्रमण हुआ था या नहीं.

यह सर्वे 21 राज्यों के 70 जिलों में 28,975 लोगों पर किया गया जिसमें 7,252 हेल्थ वर्कर्स शामिल हैं. यह वही जिले हैं जिसमें पहले के तीन सर्वे किए गए थे. जिन लोगों पर ये सर्वे किया गया उनमें से 62.2 फीसदी लोगों ने वैक्सीन नहीं ली थी, 24.8 फीसदी लोगों ने एक डोज़ ली थी और 13 फीसदी लोग पूरी तरह से वैक्सीन ले चुके थे. हालांकि, अभी तक 10.5 फीसदी हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन अभी तक नहीं हुआ है. हालांकि, 16 जनवरी 2021 से वैक्सीनेशन की शुरूआत के साथ ही हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन दी गई थी लेकिन अभी सौ फीसदी हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है.

जिन लोगों ने एक डोज़ ली थी उनमें 81 फीसदी जबकि जिन लोगों ने दोनों डोज़ वैक्सीन ली थी उनमें 89.8 फीसदी सीरो पॉजिटिविटी पाई गई.


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