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Friday, 28 June, 2024
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यूरोपियन हेल्थ रेग्युलेटर का दावा, कोविशील्ड की मंजूरी के लिए अभी तक नहीं मिला है कोई आवेदन

जहां एसआईआई का कहना है कि उन्होंने अपने पार्टनर ऐस्ट्राजेनेका के जरिए कोविशील्ड की स्वीकृति के लिए अप्लाई किया है वहीं, ईएमए का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई भी आवेदन नहीं मिला है.

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नई दिल्ली: यूरोपीय दवाओं की एजेंसी (ईएमए) द्वारा कोविशील्ड वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने से ऐसे भारतीयों को यूरोपियन यूनियन के देशों में यात्रा करने में मदद मिलेगी जिनका पूरी तरह से वैक्सीनेशन हो गया है. लेकिन यूरोप के स्वास्थ्य नियामक ने गुरुवार को कहा कि उसे अभी कोविशील्ड के मूल्यांकन और मार्केटिंग प्राधिकार के लिए कोई औपचारिक अनुरोध प्राप्त नहीं हुआ है.

अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किए गए एक ट्वीट में ईएमए ने अपनी स्थिति स्पष्ट की: ‘यूरोपीय संघ में उपयोग के लिए कोविड 19 वैक्सीन कोविशील्ड के मूल्यांकन हेतु, डेवलपर को ईएमए के पास एक औपचारिक मार्केटिंग प्राधिकार आवेदन प्रस्तुत करने की जरूरत होती है, जो आज तक प्राप्त नहीं हुआ है.’

8 जुलाई को दिप्रिंट द्वारा भेजे गए ईमेल की प्रतिक्रिया में ईएमए ने पुष्टि की है कि कोविशील्ड के मूल्यांकन को लेकर कोई भी आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है.

इसमें कहा गया, ‘जैसे ही हमें अभी तक यूरोपीय संघ में मंजूरी न मिले किसी टीके के बारे में मार्केटिंग प्राधिकार आवेदन होता है वैसे ही हम इसे अपनी वेबसाइट पर सूचित कर देंगे.’

यूरोप के 1 जुलाई को एक नया टीका पासपोर्ट कार्यक्रम जारी किए जाने के साथ ही लोगों का ध्यान उन टीकों की तरफ गया जिन्हें अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है. इसके तहत कुछ कोविड-19 टीकों को मान्यता दी गई है जिसे लेने के बाद लोग थोड़ी बहुत रुकावटों के साथ यूरोप के अंदर और बाहर यात्रा कर सकते हैं.

कोविशील्ड उनमें से एक है. भारत में बने एस्ट्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने किया है. हालांकि, एसआईआई ने दावा किया था कि उसने अपने पार्टनर एस्ट्राजेनेका के जरिए मंजूरी के लिए आवेदन किया है और एक महीने के भीतर स्वीकृति मिल जाएगी.

दावे, जवाबी दावे

एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने किसी भी तरह के विवाद होने की बात को खारिज करते हुए कहा था कि कोविशील्ड के लिए ईएमए द्वारा एक महीने में स्वीकृति मिल जाने की उम्मीद है.

मीडिया को दिए गए कई बयानों में उन्होंने कहा था,’हमें पूरा विश्वास है कि एक महीने में ईएमए कोविशील्ड को मंजूरी दे देगा.’

एसआईआई के एक अधिकारी ने नाम न छापने का शर्त पर शुक्रवार को दिप्रिंट को बताया, ‘हमने एस्ट्राजेनेका के माध्यम से आवेदन किया है और हमें स्वीकृति मिलने का पूरा विश्वास है.’ कंपनी जल्द ही इस मामले में आधिकारिक बयान जारी कर सकती है.


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चार टीकों का मूल्यांकन किया जा रहा है लेकिन कोविशील्ड का नहीं

आज तक, ईएमए ने चार टीकों-कोमिरनेटी (फाइजर/बायोटेक), मॉडर्ना, वैक्सजेवरिया (एस्ट्राजेनेका) और जानसेन (जॉनसन एंड जॉनसन) को मंजूरी दी है. जबकि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन, वैक्सज़ेवरिया की सिफारिश की गई है, लेकिन कोविशील्ड अभी तक अनुमोदन का इंतजार कर रहा है .

ईएमए के प्रेस कार्यालय ने कहा, ‘वर्तमान में जिन चार वैक्सीन को यूरोपीय संघ में मंजूरी दी है और जिन वैक्सीन्स पर विचार किया जा रहा है उनके बारे में जानकारी हमारी वेबसाइट पर उपलब्ध है.’

वेबसाइट के अनुसार, जिन वैक्सीन्स का मूल्यांकन किया जा रहा है उनमें- क्योरवैक (सीवीएनकोव), नोवावैक्स (एनवीएक्स-कोव 2373), स्पुतनिक वी और सिनोफार्म के प्रोडक्ट्स हैं.

वेबसाइट पर ‘मार्केटिंग प्राधिकार आवेदन’ वाला सेक्शन खाली है और इसमें कोई भी एंट्री नहीं दिख रही है जो कि ईएमए द्वारा कही गई बात की पुष्टि करती है.

यात्रा पर निर्णय के लिए ईएमए ‘जिम्मेदार नहीं’

स्वास्थ्यकर्ता ने ईमेल के जरिए दिप्रिंट को बताया कि यूरोपीय संघ में यात्रा से जुड़े किसी भी फैसले के लिए ईएमए जिम्मेदार नहीं है. ‘इस मामले में यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी की भूमिका के बारे में भी स्पष्ट करना सहायक सिद्ध हो सकता है. ईएमए यूरोपीय संघ में उनके मार्केटिंग प्राधिकार के लिए दवाओं/टीकों के वैज्ञानिक मूल्यांकन का काम करता है, जो कि यूरोपीय संघ के सदस्य देशों में टीकाकरण अभियानों में उनके उपयोग का आधार है.’

उन्होंने कहा, ‘हालांकि, ईएमए यूरोपीय संघ में यात्रा और कोविड-19 वैक्सीनेशन से जुड़ी यात्रा संबंधी किसी स्थिति जैसे कि ईयू डिजिटल कोविड सर्टिफिकेट इत्यादि से संबंधित नहीं है. यह यूरोपीय आयोग और सदस्य देशों का मामला है.’

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)


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