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Sunday, 13 October, 2024
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कर्नाटक विधानसभा चुनाव- पांच बजे तक हुई 65.69% वोटिंग

PM मोदी ने राज्य में करीब डेढ़ दर्जन चुनावी जनसभाओं और आधा दर्जन से अधिक रोड शो के जरिए जनता का विश्वास हासिल करने का प्रयास किया, तो वहीं कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों में खुद को मुख्य विपक्षी दल के रूप में स्थापित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.

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नई दिल्ली: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के तहत करीब एक महीने चले प्रचार अभियान के बाद अब प्रदेश की जनता की बारी आई है जो बुधवार को अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद करेगी.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को हावेरी जिले के शिगगांव में विधानसभा चुनाव में अपना वोट डाला और कहा कि मैंने मतदान किया है और लोकतंत्र के प्रति अपना कर्तव्य निभाया है. मेरे निर्वाचन क्षेत्र में मतदान करना सौभाग्य की बात है. मैं रिकॉर्ड अंतर से जीतूंगा. कर्नाटक के लोग सकारात्मक विकास के लिए मतदान करेंगे और भाजपा को पर्याप्त बहुमत मिलेगा.

राज्य की 224-सदस्यीय विधानसभा के लिए प्रदेश की जनता ने अपने मतों का प्रयोग किया और कर्नाटक में आखिरी घंटे का मतदान जारी, पांच बजे तक हुई महज़ 65.69% वोटिंग.वहीं  तीन बजे तक  महज़ 52.18% वोटिंग हुई थी. आज सुबह से ही मतदान की धीमी शुरुआत रही. सुबह 11 बजे महज 20.99 फीसदी मतदान हुआ था.

चुनाव आयोग के अनुसार, शाम पांच बजे तक कर्नाटक में 65.58 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया है. बीबीएमपी दक्षिण जिले को छोड़कर सभी जिलों में 50 फीसदी से ज्यादा वोट पड़े हैं.

सभी अपडेट्स यहां पढ़ेंः


11:09-: भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी मतदान किया.


11:04- कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा, “मैं लगातार कह रहा हूं कि कांग्रेस को 130 से ज्यादा सीटें मिलेंगी, यह 150 सीटों तक भी जा सकती है.”


10:30- निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान के शुरुआती दो घंटों में 8.26 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया.

इसके मुताबिक, सुबह नौ बजे तक तटीय जिले उडुपी में सबसे अधिक 13.28 प्रतिशत जबकि चामराजनगर जिले में सबसे कम 5.75 प्रतिशत मतदान हुआ है.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हावेरी जिले के शिग्गांव में एक मतदान केंद्र पर मतदान किया.

मतदान के बाद बोम्मई ने मतदाताओं से अपील की कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग कर ‘‘कर्नाटक का भविष्य लिखने’’ में योगदान दें.

उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव एक तरफ विकास जबकि दूसरी तरफ झूठे आरोपों के बीच हैय

बोम्मई ने विश्वास जताया कि जनता भाजपा को पूर्ण बहुमत से जीत दिलाएगी.


9:30- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक के लोगों से बड़ी संख्या में मतदान की अपील करते हुए कहा कि राज्य की जनता ने पहले ही एक प्रगतिशील और पारदर्शी सरकार चुनने का फैसला कर लिया है.

खड़गे ने ट्वीट किया, ‘‘कर्नाटक के लोगों ने फैसला किया है कि वे एक प्रगतिशील, पारदर्शी और कल्याणकारी सरकार चुनेंगे. आज बड़ी संख्या में मतदान करने का समय है. हम लोकतंत्र की प्रक्रिया में भाग लेने वाले उन सभी लोगों का स्वागत करते हैं जो पहली बार मतदान करने जा रहे हैं.’’

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘‘कर्नाटक का वोट…5 गारंटी के लिए, महिलाओं के अधिकार के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए, गरीबों के उत्थान के लिए। आएं, ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान करें, ‘40 प्रतिशत कमीशन’ मुक्त, प्रगतिशील कर्नाटक का साथ में निर्माण करें.’’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कर्नाटक के लोगों से बदलाव के लिए मतदान करने का आह्वान किया.

उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘विधानसभा चुनाव के लिए मतदान आरंभ होने के साथ ही मैं कर्नाटक के अपने सभी भाइयों और बहनों से आग्रह करती हूं कि वे बाहर निकलें और बदलाव के लिए वोट करें. यह समय एक मजबूत एवं विकास करने वाली और सक्षम सरकार लाने का है जो आप लोगों की भलाई के लिए निरंतर काम करें.’’


9:10- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कर्नाटक की जनता से सुशासन, विकास और समृद्धि के लिए बड़ी संख्या में मतदान करने की अपील की.

शाह ने ट्वीट किया, ‘‘मतदान के दिन, मैं कर्नाटक के हमारे बहनों और भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे राज्य में सुशासन, विकास और समृद्धि के लिए बड़ी संख्या में मतदान करें. आपका एक वोट एक जन-समर्थक और प्रगति समर्थक सरकार सुनिश्चित कर सकता है जो राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाना जारी रखेगी.’’

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी कर्नाटक की जनता से अधिक से अधिक संख्या में लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेने की अपील की.

नड्डा ने ट्वीट किया, ‘‘मैं कर्नाटक के सभी मतदाताओं से आग्रह करता हूं कि वे अधिक से अधिक संख्या में लोकतंत्र के उत्सव में भाग लें.’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव कर्नाटक का भविष्य तय करने के लिए महत्वपूर्ण है, और मैं आप सभी से एक ऐसी सरकार बनाने की अपील करता हूं जो राज्य की प्रगति को जारी रखे और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हो.’’


8:50- पीएम मोदी ने कर्नाटक के लोगों से राज्य विधानसभा चुनाव में बड़ी संख्या में मतदान करने का आह्वान किया.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘‘कर्नाटक के लोगों, विशेष रूप से युवा और पहली बार मतदान करने वालों से बड़ी संख्या में मतदान करने और लोकतंत्र के उत्सव को समृद्ध करने का आग्रह करता हूं.’’


8:43- इन्फोसिस की संस्थापक सुधा मूर्ति ने बेंगलुरु में अपना वोट डालने के बाद युवा मतदाताओं से कहा, “कृपया हमें देखें. हम बूढ़े हैं लेकिन हम 6 बजे उठते हैं, यहां आएं और मतदान करें. कृपया हमसे सीखें. मतदान लोकतंत्र का एक पवित्र हिस्सा है.”


8:32- बजरंग दल-बजरंग बली विवाद पर सीतारमण बोलीं, “हम हमेशा हनुमान चालीसा पढ़ते हैं और बजरंग बली की पूजा करते हैं, लेकिन वे (कांग्रेस) चुनाव के दौरान ऐसा करते हैं…उन्होंने साबित किया है कि उनके घोषणापत्र में यह मूर्खता का एक उदाहरण है.”


8:20- बीजेपी नेता बीवाई विजयेंद्र बोले, “मोदी का जादू हमें पूर्ण बहुमत दिलाएगा. हम इस चुनाव में कम से कम 130 सीटें जीतेंगे. न केवल लिंगायत समुदाय, बल्कि अन्य सभी जातियां भी बीजेपी के साथ हैं. कांग्रेस बहुत बुरी तरह चुनाव हारेगी.”


8:12- केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बेंगलुरु में अपना वोट डालने के बाद कहा, “महंगाई पर मैं जनता के साथ हूं, हां यह सच है कि उन पर बोझ नहीं पड़ना चाहिए लेकिन विपक्ष को (इस पर बोलने का) कोई अधिकार नहीं है. उन्हें पहले अपने कार्यकाल को देखना चाहिए…”


8:08- येदियुरप्पा ने कहा, “मैं सभी लोगों से जल्द से जल्द वोट डालने का अनुरोध करता हूं. मुझे 100% यकीन है कि वे भाजपा के पक्ष में मतदान करेंगे. 75-80% से अधिक भाजपा का समर्थन करेंगे. हम 130-135 सीटें जीतेंगे.”


8:05- कर्नाटक के CM बसवराज बोम्मई ने कहा, “जिस तरह से हमारी पार्टी ने अभियान चलाया और जिस तरह से लोगों ने प्रतिक्रिया दी, उससे मैं बहुत खुश हूं. मैं लोगों से कर्नाटक के विकास के लिए आने और मतदान करने की अपील करता हूं.


8:00- कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र और उनके परिवार ने तीर्थहल्ली में वोट डाला.


7:42- अपना वोट डालने के बाद अभिनेता प्रकाश राज ने कहा, हमें सांप्रदायिक राजनीति के खिलाफ मतदान करना है. हमें कर्नाटक को सुंदर बनाने की ज़रूरत है.


7:40- कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP के वरिष्ठ नेता बी.एस. येदियुरप्पा अपने परिवार के साथ शिकारीपुर के श्री हुच्चराय स्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना कर रहे हैं. उनके बेटे, बीवाई विजयेंद्र इस बार चुनाव लड़ रहे हैं.

अपना वोट डालने के बाद येदियुरप्पा ने कहा, “विजयेंद्र को यहां 40,000 से अधिक वोट मिलने वाले हैं. इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम पूर्ण बहुमत प्राप्त करेंगे और सरकार बनाएंगे. लोगों की प्रतिक्रिया बहुत अच्छी है.”


7:30- सिद्धगंगा मठ के सिद्धलिंग स्वामी ने तुमकुरु के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला


13 मई को पता चलेगा कि कर्नाटक की सत्ता का ताज भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बरकरार रख पाती है या कांग्रेस उससे यह ताज छीनने में सफल रहती है या फिर तीसरी ताकत के रूप में जनता दल (सेक्युलर) इसकी कुंजी अपने पास रखने वाला है.

कर्नाटक में 58,545 मतदान केंद्रों पर कुल 5,31,33,054 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. ये मतदाता 2,615 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत तय करेंगे.

इन मतदाताओं में 2,67,28,053 पुरुष, 2,64,00,074 महिलाएं और 4,927 ‘अन्य’ हैं. उम्मीदवारों में 2,430 पुरुष, 184 महिलाएं और एक उम्मीदवार अन्य लिंग से हैं.

राज्य में 11,71,558 युवा मतदाता हैं, जबकि 5,71,281 दिव्यांग और 12,15,920 मतदाता 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के रथ पर सवार सत्तारूढ़ बीजेपी की कोशिश 38 साल के उस मिथक को तोड़ने की है जिसमें प्रदेश की जनता ने किसी भी सत्ताधारी पार्टी को वापस सत्ता में बिठाने से परहेज किया है. आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दक्षिण के अपने इस गढ़ को बरकरार रखने के लिए भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी है.

प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में करीब डेढ़ दर्जन चुनावी जनसभाओं और आधा दर्जन से अधिक रोड शो के जरिए फिर से जनता का विश्वास हासिल करने का प्रयास किया है, तो वहीं कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनावों में खुद को मुख्य विपक्षी दल के रूप में स्थापित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.

कांग्रेस के लिए उसके अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पार्टी संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पूरे राज्य में जनसभाएं की. राहुल और प्रियंका ने कई रोड शो भी किए. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने प्रचार अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी.

बहरहाल, इन दोनों दलों के अलावा सबकी नज़र पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा के नेतृत्व वाले जनता दल (सेक्युलर) पर भी है.

विशेषज्ञों का कहना है कि त्रिशंकु जनादेश की स्थिति में सरकार गठन की कुंजी उसी के हाथों में होगी. पूर्व के चुनावों में भी राज्य में कई अवसरों पर यह स्थिति उभर चुकी है.

चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने ‘पूर्ण बहुमत वाली सरकार’ का नारा जोर-शोर से बुलंद किया.

मतदान के दौरान कुल 75,603 बैलेट यूनिट (बीयू), 70,300 कंट्रोल यूनिट (सीयू) और 76,202 वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल किया जाना है.

चुनाव अधिकारियों के अनुसार, स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं निर्बाध चुनाव के लिए राज्य भर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं और पड़ोसी राज्यों से बलों को तैनात किया गया है.

बीते दिनों अपने मेनिफेस्टों में बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से करने और सत्ता में आने पर इसे बैन करने को लेकर मामला पहले ही गर्माया हुआ है. एक तरफ कांग्रेस के नेता सफाई देने में जुटे हैं, दूसरी ओर भाजपा ने इसे मौके की तरह लिया और कांग्रेस को आड़े हाथों लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

प्रधानमंत्री ने अपने रोड शो के दौरान बजरंग बलि का नारा बुलंद किया, तो कांग्रेसियों ने कहा कि बजरंग दल और बजरंग बलि अलग-अलग हैं. इस बीच अमित शाह ने भी सभी सीटों को जीतने का दावा किया है.


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