नई दिल्ली: पटना पुलिस ने जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर को सोमवार तड़के पटना के गांधी मैदान में “अवैध” तरीके से विरोध प्रदर्शन करने के आरोप में उन्हें और उनके कई समर्थकों को हिरासत में ले लिया. किशोर बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के एस्पिरेंट्स के समर्थन में भूख हड़ताल पर बैठे थे, जो कथित गड़बड़ियों को लेकर इस साल की प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे.
पुलिस ने सुबह 4 बजे के आसपास कार्रवाई की, जब किशोर और अन्य प्रदर्शनकारी साइट पर गांधी प्रतिमा के पास सो रहे थे. समाचार एजेंसियों द्वारा साझा की गई घटना के वीडियो क्लिप में, पुलिसकर्मियों को किशोर को साइट से हटाने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है, जिससे उनके समर्थकों के साथ हाथापाई हुई. जिस समय पुलिस किशोर को ले जा रही थी जन सुराज कार्यकर्ताओं को वंदे मातरम का नारा लगाते हुए सुना जा सकता है.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने मीडियाकर्मियों से कहा, “जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर और कुछ अन्य लोग अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर गांधी मैदान के प्रतिबंधित क्षेत्र में गांधी प्रतिमा के सामने अवैध रूप से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.”
“प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध रूप से विरोध प्रदर्शन करने के लिए गांधी मैदान थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. बार-बार अनुरोध करने और पर्याप्त समय देने के बावजूद, जगह खाली नहीं की गई.”
किशोर को हिरासत में लिए जाने के बाद, कथित तौर पर उन्हें स्वास्थ्य जांच के लिए एम्स पटना ले जाया गया. एक्स पर एक पोस्ट में जनसुराज ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एम्स में किशोर को देखने के लिए एकत्र हुई भीड़ पर लाठीचार्ज किया और बाद में, “छात्रों और समर्थकों के डर से” किशोर को पांच घंटे तक इधर-उधर घुमाया.
छात्रों और समर्थकों से डरकर बिहार पुलिस, प्रशांत किशोर को लेकर पिछले 5 घंटे से इधर-उधर घूम रही है। pic.twitter.com/qbrf1gwcdz
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) January 6, 2025
किशोर ने 2 जनवरी को बिहार के युवाओं के लिए पांच मांगों को सामने रखते हुए अपनी भूख हड़ताल शुरू की, जिसमें पेपर लीक की जांच और 18 से 35 वर्ष की आयु के लोगों के लिए बेरोज़गारी भत्ता शामिल है. कथित तौर पर पुलिस ने उन्हें कई बार विरोध खत्म करने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया.
पटना में मीडिया से बात करते हुए, किशोर के डॉक्टर डॉ लाल पाण्डेय ने रविवार को कहा कि किशोर का स्वास्थ्य ठीक था, लेकिन भूख से उनके यूरिया का स्तर थोड़ा बढ़ गया था, जबकि उनका शुगर का लेवल ऊपर-नीचे हो रहा था.
उन्होंने किशोर से जल्द ही अपनी भूख हड़ताल खत्म करने की सिफारिश की, अन्यथा उनकी तबीयत खराब हो सकती है.
राज्य की राजधानी पटना में बापू भवन परीक्षा केंद्र से प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाहों के बाद सैकड़ों एस्पिरेंट्स 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रीलिम्स परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. यह परीक्षा बिहार सरकार में प्रशासनिक पदों के लिए उम्मीदवारों की भर्ती के लिए BPSC द्वारा आयोजित बिहार संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) का पहला चरण है.
BPSC ने व्यापक रूप से प्रश्नपत्र लीक होने के विरोध कर रहे छात्रों के आरोपों को खारिज कर दिया है और 13 दिसंबर की परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों के एक चुनिंदा समूह के लिए फिर से परीक्षा का आदेश दिया है.
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