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Monday, 9 December, 2024
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पटना पुलिस ने ‘नॉर्मलाइजेशन’ और सर्वर से जुड़ी दिक्कत का विरोध कर रहे BPSC एस्पिरेंट्स पर किया लाठीचार्ज

बिहार लोक सेवा आयोग के एस्पिरेंट्स सर्वर से जुड़ी दिक्कतों और एग्जाम सेंटर्स के बीच दूरी पर दोबारा से सोचने का हवाला देते हुए फॉर्म भरने के लिए वक्त की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने विरोध प्रदर्शन को ‘अवैध’ बताया है.

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नई दिल्ली: पटना पुलिस ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) कार्यालय के बाहर लाठीचार्ज किया, जहां BPSC इंटीग्रेटेड 70वीं संयुक्त (प्रीलिम्स) प्रतियोगी परीक्षा में स्कोर के नॉर्मलाइजेशन की संभावना का विरोध करने के लिए शुक्रवार को सैकड़ों एस्पिरेंट इकट्ठा हुए थे. एस्पिरेंट्स की मांग है कि इसे ‘वन टर्म, वन पेपर’ फॉर्मेट में आयोजित किया जाए और BPSC नॉर्मलाइजेशन से इनकार करते हुए आधिकारिक बयान जारी करे.

स्कोर का नॉर्मलाइजेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से दो या अधिक टर्म में आयोजित पेपर में मिले स्कोर को एक सांख्यिकीय फॉर्मूले का इस्तेमाल करके बराबर किया जाता है. एस्पिरेंट्स को मिले स्कोर के आधार पर एक प्रतिशत स्कोर दिया जाता है.

ग्रुप ए और बी पदों पर भर्ती के लिए BPSC इंटीग्रेटेड 70वीं संयुक्त (प्रीलिम्स) प्रतियोगी परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित की जाएगी. 925 सेंटर्स पर आयोजित होने वाले इस पेपर में करीब पांच लाख एस्पिरेंट्स के शामिल होने की उम्मीद है.

बीपीएससी ने शुरू में अपनी अधिसूचना में 1,957 खाली पदों का विज्ञापन दिया था, जिसे बाद में संशोधित कर 2,035 कर दिया गया.

बीपीएससी के एक एस्पिरेंट मनीष सिंह ने पटना से फोन पर दिप्रिंट को बताया कि 90,000 से अधिक एस्पिरेंट्स ने रजिट्रेशन कराया और फीस भरी, लेकिन “सर्वर की दिक्कतों के कारण आवेदन पूरा नहीं कर सके”.

उन्होंने कहा, “एजुकेटर्स के साथ बैठकों के बावजूद, छात्रों के साथ कोई बातचीत नहीं हुई है. कई शिफ्टों में परीक्षा आयोजित किए जाने की अफवाहें हैं. एग्जाम सेंटर बहुत दूर है, कुछ तो 300-400 किलोमीटर दूर हैं.”

पटना में बीपीएससी दफ्तर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात देखा गया. पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) अनु कुमारी ने मौके पर संवाददाताओं से कहा कि “जिस तरह से  एस्पिरेंट्स विरोध कर रहे हैं, वह अवैध है”.

उन्होंने कहा, “इन लोगों के पास किसी तरह की अनुमति नहीं है. वह सड़क जाम कर रहे हैं, उसे रोक रहे हैं. यह सब अवैध है. हम पांच लोगों के नाम मांग रहे हैं. हम इन पांच लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल लेकर (बीपीएससी) से बात करेंगे.”

इस बीच, पटना के एजुकेटर फैज़ल खान, जिन्हें ‘खान-सर’ के नाम से जाना जाता है, ने शुक्रवार को एस्पिरेंट्स के साथ एकजुटता दिखाने के लिए विरोध स्थल का दौरा किया.

उन्होंने कहा, “उन्होंने यहां आकर मेरे फैसले का सम्मान किया और अब मैं नॉर्मलाइजेशन का विरोध करने के लिए उनके साथ खड़ा होकर उनके फैसले का सम्मान करूंगा. अगर छात्रों का समय बर्बाद होता है, तो बीपीएससी को परीक्षा की तारीख आगे बढ़ानी होगी. साथ ही, जो लोग सर्वर की समस्या के कारण फॉर्म नहीं भर पाए, उन्हें एक एक्स्ट्रा दिन दिया जाना चाहिए.”

इंटीग्रेटेड 70वीं संयुक्त (प्रिलिम्स) प्रतियोगी परीक्षा में ‘नॉर्मलाइजेशन’ को लेकर विवाद इस अटकल से निकला है कि बीपीएससी इस बार से इस प्रक्रिया को लागू करने की योजना बना रहा है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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