नई दिल्ली: कल ही यह खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा सेवा आयोग (यूपीएचईएससी) ने अपनी वेबसाइट पर मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी का नाम बदलकर “अकबर प्रयागराज” कर दिया है, लेकिन इस खबर के एक दिन बाद उनके पुराने नाम को बहाल कर दिया गया है.
सैयद अकबर हुसैन को लोग अकबर इलाहबादी के नाम से जानते हैं. उर्दू के मशहूर शायर थे जो आज भी आधुनिक पाठकों के बीच लोकप्रिय हैं.
यूपीएचईएससी की वेबसाइट ने अकबर इलाहबादी के अलावा दो अन्य शायरों का नाम भी बदल दिया था जो अपने नाम के पीछे इलाहबादी लगाते थे. वो थे- राशिद इलाहबादी और तेग इलाहबादी.
योगी आदित्यनाथ सरकार ने 2018 में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था.
उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री से जब नाम में हुए बदलाव को लेकर बात की गई थी तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और यूपीएचईएससी एक स्वायत्त निकाय है.
अब बुधवार को पैनल के अध्यक्ष ईश्वर शरण विश्वकर्मा ने कहा कि वेबसाइट हैक कर ली गई थी और अब त्रुटियों को ठीक कर लिया गया है.
दिप्रिंट से बात करते हुए, विश्वकर्मा ने कहा, “त्रुटि मंगलवार को सामने आई और हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे थे कि क्या हुआ, लेकिन यह पता चला है कि वेबसाइट हैक कर ली गई थी. किसी ने जानबूझकर कवियों के नाम बदल दिए और अब गलती सुधार ली गई है.”
उन्होंने कहा कि मामले की जांच करने और दोषियों को पकड़ने के लिए साइबर सेल में पुलिस शिकायत दर्ज कर ली गई है.
वेबसाइट पर नाम बदलने को लेकर लोगों ने इसकी खूब आलोचना की थी.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में इतिहास के प्रोफेसर हेरंब चतुर्वेदी ने इस बदलाव की बात पर सीधा कहा,’ यह छेड़छाड़ है..तंगदिली है. मूर्खों को क्षमा किया जाना चाहिए. ‘
भाजपा नेता रीता बहुगुणा जोशी, जो इलाहाबाद विश्वविद्यालय में इतिहास की प्रोफेसर भी हैं, ने यह सुझाव देकर इसे कम करने की कोशिश की थी कि “यह एक मैनुअल त्रुटि हो सकती है क्योंकि कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का नाम इस तरह नहीं बदल सकता है”
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