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Tuesday, 7 May, 2024
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नई टेक्नोलॉजी के लिए स्कॉलरशिप-द्विपक्षीय बैठकों में मोदी ने जापान, इटली और UK के PM के साथ क्या चर्चा की

पीएम ने जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के साथ हाई-स्पीड रेल परियोजना के निर्माण पर चर्चा की और UK के पीएम ऋषि सुनक को द्विपक्षीय यात्रा के लिए वापस आमंत्रित किया, जिसे बाद में सुनक द्वारा स्वीकार कर लिया गया.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चल रहे G20 शिखर सम्मेलन के बीच शनिवार को अपने जापानी, ब्रिटिश और इतालवी समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं. अपनी बैठकों के दौरान नेताओं ने कनेक्टिविटी और व्यापार से लेकर रक्षा, वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे तक कई मुद्दों पर चर्चा की.

G20 शिखर सम्मेलन के पहले सत्र के बाद मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से मुलाकात की. दोनों नेताओं ने 2027 तक भारत में जापानी सार्वजनिक और निजी निवेश के लिए 5 ट्रिलियन येन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बेहतर सहयोग का आह्वान किया.

जापान के विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इसके अलावा, मोदी और किशिदा ने हाई-स्पीड रेल के निर्माण पर भी चर्चा की, जिसके लिए जापान 400 बिलियन येन के ऋण की सुविधा देगा.

जापान भारत में शीर्ष पांच विदेशी निवेशकों में से एक है और 2021 में भारत का 13वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था.

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बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के अलावा, दोनों नेताओं ने मानव संसाधन विकास छात्रवृत्ति (जेडीएस) के लिए जापानी अनुदान सहायता जैसी कई आसन्न पहलों पर भी चर्चा की, जो प्रशासनिक अधिकारियों को जापान में अध्ययन करने के लिए “जापान-भारत संबंधों में अग्रणी भूमिका निभाने” में सक्षम बनाएगी. इस साल मार्च में बनी सहमति के अनुसार 2023 के लिए ‘जापान-भारत पर्यटन वर्ष’ की थीम पर भी द्विपक्षीय वार्ता में चर्चा हुई.

किशिदा ने मोदी को क्षतिग्रस्त फुकुशिमा बिजली संयंत्र से रेडियोधर्मी पानी को प्रशांत महासागर में छोड़े जाने पर जापान की स्थिति भी बताई, जिसको लेकर उसके पड़ोसियों से तीखी बहस चल रही है.

शनिवार को मोदी की दूसरी द्विपक्षीय बैठक UK के पीएम ऋषि सनक के साथ थी, जिस दौरान दोनों नेता “आधुनिक साझेदारी को मजबूत करने” पर सहमत हुए.

नई दिल्ली और लंदन ने ‘भारत-ब्रिटेन व्यापक रणनीतिक साझेदारी और रोडमैप 2030’ के ढांचे के भीतर अर्थव्यवस्था, रक्षा, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और अन्य मुद्दों पर सहयोग जारी रखने पर भी सहमति व्यक्त की.

विदेश मंत्रालय (एमईए) के एक बयान के अनुसार, मोदी और सुनक ने दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता को लेकर भी बातचीत की और आशा जताई कि बाकी मुद्दों को जल्द से जल्द हल कर लिया जाएगा, ताकि एक संतुलित, पारस्परिक रूप से लाभप्रद और दूरदर्शी मुक्त व्यापार समझौता जल्द ही संपन्न होगा.

भारत और UK 2021 से एफटीए पर बातचीत कर रहे हैं. अब तक, दोनों देशों ने 12 दौर की बातचीत की है और प्रस्तावित एफटीए के 26 अध्यायों में से 19 पर सहमति बन चुकी है. तेरहवें दौर की वार्ता इस महीने किसी समय होने की उम्मीद थी.

जबकि सुनक ने इस बात पर जोर दिया कि G20 एफटीए पर चर्चा करने का मंच नहीं है, उन्होंने कहा कि वह और मोदी दोनों “हमारे दोनों देशों के बीच एक व्यापक और महत्वाकांक्षी व्यापार समझौते को देखने के इच्छुक हैं. लेकिन व्यापार सौदों में हमेशा समय लगता है और दोनों देशों के लिए काम करने की आवश्यकता होती है.”

हालांकि, UK ने दोहराया है कि वह एफटीए को सुरक्षित करने के लिए अपनी प्रवासन नीतियों में बदलाव करने की योजना नहीं बना रहा है. सुनक प्रशासन पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद से प्रवासन को कम करने के लिए काम कर रहे हैं.


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इस बीच, मोदी ने ब्रिटिश नेता को “जल्दी और अपनी सुविधा के हिसाब से” द्विपक्षीय यात्रा के लिए आमंत्रित किया. विदेश मंत्रालय के मुताबिक सुनक ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.

अंत में पीएम मोदी ने इटली के प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से बातचीत की. दोनों नेता भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी के तहत रक्षा और उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए.

पिछले साल सत्ता में आने के बाद मेलोनी की यह दूसरी भारत यात्रा है. इस साल मार्च में उनकी भारत की राजकीय यात्रा के दौरान, नई दिल्ली और रोम ने अपने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया था.

मोदी के साथ अपनी द्विपक्षीय वार्ता से पहले, सुनक और मेलोनी ने शुक्रवार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के खतरों और चुनौतियों जैसे मुद्दों पर बातचीत की थी.

उम्मीद है कि मोदी तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण कोरिया, यूरोपीय संघ, ब्राजील और नाइजीरिया के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. संभवत: मोदी आज फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ दोपहर का भोजन करेंगे और रविवार को कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ एक अलग बैठक करेंगे.

(संपादन: ऋषभ राज)

(इस ख़बर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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