नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार शीर्ष सैन्य नेतृत्व को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 से 17 सितंबर को कोलकाता में होने वाले कॉम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (सीसीसी) का उद्घाटन और इसका नेतृत्व करेंगे.
रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के अनुसार, इस साल के सम्मेलन में स्वदेशीकरण की प्रगति की समीक्षा के अलावा विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर से मिले सबक और थिएटराइजेशन योजना पर जोर दिया जाएगा.
साथ ही, सम्मेलन में प्रधानमंत्री द्वारा पिछले महीने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में घोषित प्रस्तावित ‘सुदर्शन चक्र’ मिसाइल रक्षा प्रणाली पर भी चर्चा होने की संभावना है. इसे इज़राइल के आयरन डोम या अमेरिकी गोल्डन डोम के भारतीय संस्करण के रूप में देखा जा रहा है और प्रधानमंत्री इसे 2035 तक लागू करने की उम्मीद कर रहे हैं.
रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि सम्मेलन का ध्यान “सुधार, परिवर्तन और संचालन की तैयारी” पर होगा. इसमें संरचनात्मक सुधार, विभिन्न सेवाओं के बीच बेहतर समन्वय और नई तकनीक अपनाने पर चर्चा होगी.
बयान के अनुसार, सम्मेलन में अधिकारी और कर्मियों के साथ संवाद सत्र भी होंगे ताकि मैदान स्तर के दृष्टिकोण उच्च स्तर की चर्चाओं में शामिल किए जा सकें.
सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी को तीन प्रस्तावित इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड्स के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. जुलाई 2023 में दिप्रिंट ने पहली बार रिपोर्ट की थी कि प्रस्तावित थिएटराइजेशन योजना में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ दो स्थल-आधारित थिएटर कमांड और पूर्वी एवं पश्चिमी समुद्री तटों को कवर करने वाली एक समुद्री थिएटर कमांड शामिल है.
यह चर्चा तीनों सेवाओं के बीच थिएटराइजेशन को लेकर स्पष्ट मतभेद के बीच होगी. सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी दोनों ने इसे भविष्य में सहयोग के लिए “अनिवार्य” बताया है.
वहीं, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह का कहना है कि नई दिल्ली में केंद्रीकृत संयुक्त कमांड अधिक प्रभावी होगी, बजाय इसके कि हवाई संसाधनों को कई थिएटर में विभाजित किया जाए.
यह मतभेद, जिसे दिप्रिंट ने 2021 में पहली बार रिपोर्ट की थी कि, पिछले महीने म्हो में आयोजित त्रि-सैन्य सेमिनार ‘रण संवाद’ में औपचारिक रूप से स्वीकार किया गया. वहां सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने खुली बहस का स्वागत करते हुए कहा था कि अंतिम फैसला “राष्ट्र के सर्वोत्तम हित में” लिया जाएगा.
सेना प्रमुख, जो अल्जीरिया के आधिकारिक दौरे पर थे और सेमिनार में नहीं आ सके, उन्होंने 5 सितंबर को एक पुस्तक विमोचन के दौरान थिएटराइजेशन के पक्ष में समर्थन व्यक्त किया.
नौसेना ने हमेशा थिएटराइजेशन का समर्थन किया है, क्योंकि इसे समुद्री थिएटर कमांड का नेतृत्व मिलने की संभावना है. हालांकि, वायु सेना संशय में रही है, यह बताते हुए कि इसके केंद्रीकृत संचालन हवाई संसाधनों को आवश्यकता अनुसार जल्दी स्थानांतरित करने की अनुमति देते हैं और तीन या अधिक थिएटर में सीमित संसाधनों को विभाजित करना महत्वपूर्ण सिस्टम को बाधित कर सकता है.
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