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गुरूवार, 8 मई, 2025
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भारत के एस-400 और आकाश ने कई पाकिस्तानी मिसाइलों, सशस्त्र ड्रोनों को मार गिराया

15 ठिकानों में वायु सेना और रडार स्टेशन प्राइमरी टारगेट्स में से थे, लेकिन इन कोशिशों को नाकाम कर दिया गया.

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नई दिल्ली: भारत की इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस और मानवरहित हवाई प्रणालियों (यूएएस) की ग्रिड बुधवार रात सक्रिय हो गई और उसने पठानकोट और श्रीनगर में भारतीय वायुसेना के ठिकानों सहित 15 सैन्य गढ़ों को निशाना बनाने वाले कई पाकिस्तानी सशस्त्र ड्रोन, गोला-बारूद और मिसाइलों को नाकाम कर दिया.

रक्षा और सुरक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि एस-400 और आकाश की कई इकाइयों के अलावा अन्य सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणालियों, हैंड-हेल्ड, स्पूफिंग और जैमिंग सहित कई एकीकृत काउंटर-यूएएस प्रणालियों ने पाकिस्तान की आक्रामक सैन्य कार्रवाई को विफल कर दिया.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमले के लिए कोई विमान नहीं भेजा था, लेकिन उसने बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलें भेजी थीं.

रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाने की कोशिश की.

इसमें कहा गया है कि ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल करके अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भटिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज को निशाना बनाया गया.

सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की एकीकृत वायु कमान एवं नियंत्रण प्रणाली (आईएसीसीएस), जो रडार की एकीकृत सीरीज़ के ज़रिए काम करती है, उसने पाकिस्तान से हवा में होने वाली गतिविधियों को पकड़ा जो भारत की ओर उड़ रही थी.

यह जानकारी विभिन्न वायु रक्षा इकाइयों को भेजी गई, जिन्होंने निर्धारित लक्ष्यों के आधार पर आने वाले हथियारों को निशाना बनाया, जिससे किसी भी भारतीय सैन्य ठिकाने पर कोई सीधा हमला नहीं हो सका.

रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है, “इन हमलों के मलबे को अब कई स्थानों से बरामद किया जा रहा है, जो पाकिस्तानी हमलों की पुष्टि करते हैं.”

सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोनों का प्राथमिक लक्ष्य इनमें से कुछ स्थानों पर वायु सेना स्टेशन और कुछ में रडार स्टेशन थे. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के लॉन्च होने के बाद से ही पश्चिमी क्षेत्र में वायु रक्षा प्रणालियों को हाई अलर्ट पर रखा गया था.

पाकिस्तान को जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए कामिकेज़ ड्रोन लॉन्च किए. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसे “विश्वसनीय रूप से पता चला है कि लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को बेअसर कर दिया गया है”.

इसका मतलब यह हुआ कि भारतीय कामिकेज़ ड्रोन पाकिस्तानी हवाई सुरक्षा को मात देते हुए लाहौर तक पहुंचने में कामयाब रहे.

पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने दावा किया है कि जिन स्थानों पर भारतीयों ने हमले किए, उनके अनुसार लाहौर को छोड़कर सभी स्थानों को बेअसर कर दिया गया, वह थे अटक, गुजरांवाला, चकवाल, रावलपिंडी, बहावलपुर, मियानो, छोर और कराची के पास. पाकिस्तान ने यह भी घोषणा की है कि लाहौर में हुए हमले में सेना के चार जवान घायल हुए हैं.

सूत्रों ने कहा कि सभी निशाने पर एयर डिफेंस रडार और एयर डिफेंस हथियार सिस्टम थे, जिनमें चीनी HQ-9B भी शामिल है.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


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