नई दिल्ली: गृह मंत्रालय ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में शामिल बलवंत सिंग राजोआना की मौत की सजा में बदलाव करके उसे आजीवन कारावास में बदल दिया है. मंत्रालय ने आदेश को पंजाब और चंडीगढ़ प्रशासन को भेज दिया है. क्षमा आदेश पर आगे की कार्रवाई चंड़ीगढ़ प्रशासन को करनी है.
Union Ministry of Home Affairs has commuted death sentence of Balwant Singh Rajoana, who was sentenced to death in 2007 for assassination of former Punjab CM Beant Singh.Orders conveyed to Punjab and Chandigarh administrations. Chandigarh administration to pursue remission orders pic.twitter.com/RZhvWHzjYj
— ANI (@ANI) November 12, 2019
राजोआना को 2007 में मौत की सज़ा सुनाई गई थी. अब उसे बदलकर उम्रकैद कर दिया गया है. गृह मंत्रालय ने गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर राजोआना की सज़ा में बदलाव किया है.
31 अगस्त 1995 को बेअंत सिंह की हत्या की गई थी. चंडीगढ़ सचिवालय के बाहर हुए धमाके में पूर्व मुख्यमंत्री समेत 17 लोगों की मौत हुई थी.
1995 में हिरासत में लिए जाने के बाद रजोआना ने अपना कोई वकील नहीं किया और न ही कभी क्षमा याचिका दायर की थी.
कौन है राजोआना
बलवंत सिंह 1987 में पंजाब पुलिस में शामिल हुआ था. लुधियाना के पास बसे एक गांव के नाम पर उसने अपने नाम के साथ राजोआना लगाया हुआ है. 1990 के आसपास वो खालिस्तानी अलगाववादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) में शामिल हुआ था.
राजोआना समेत कई लोगों का उस समय मानना था कि कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह राज्य में युवा लोगों को मरवा रहे हैं. जिसकी वजह से उसने सिंह को मारने की योजना बनाई.
(चितलीन के सेठी के इनपुट के साथ)