चंडीगढ़: केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने करतारपुर साहिब गुरुद्वारा के दर्शनार्थ जाने वाले भारतीय श्रद्धालुओं से सेवा शुल्क के रूप में 20 डॉलर वसूल करने पर अड़े रहने के लिए पाकिस्तान की निंदा करते हुए कहा है कि पड़ोसी देश ‘आस्था के नाम पर कारोबार’ कर रहा है.
हरसिमरत ने ट्वीट किया कि उन्होंने करतारपुर साहिब को लेकर भारत सरकार के कार्यक्रम के मद्देनज़र अमित शाह से मुलाकात की. वहीं इससे पहले सिमरत ने ही बताया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉरीडोर का उद्घाटन करेंगे. वहीं दूसरी तरफ विदेश मंत्रालय ने गुरु नानक देव जी 550 वें प्रकाश पर्व के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार द्वारा भारतीय श्रद्धालुओं से 20 डॉलर लिए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
विदेश मंत्रालय ने यह भी कहा है कि लंबे समय से लंबित मांगों को देखते हुए गुरुद्वारा करतार पुर साहिब में भारतीय श्रद्धालुओं की पहुंच वीज़ा मुक्त हो, सरकार इसके लिए 23 अक्टूबर को करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर समझौते पर हस्ताक्षर के लिए तैयार है.
हरसिमरत ने ट्वीट किया, ‘पाकिस्तान द्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए 20 रुपए डॉलर प्रति व्यक्ति शुल्क लगाया जाना घटियापन है. गरीब श्रद्धालु कैसे यह रकम देगा? पाकिस्तान ने आस्था के नाम पर कारोबार किया है. (पाकिस्तान के प्रधानमंत्री) इमरान खान का यह बयान बेहद शर्मनाक है कि यह शुल्क पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा और इससे विदेशी मुद्रा प्राप्त होगी.’
इससे पहले, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी 20 डॉलर सेवा शुल्क मांगने पर पाकिस्तान की निंदा करते हुए था कि यह ऐतिहासिक गुरुद्वारे के दर्शन के लिए ‘टिकट लगाने’ के समान है.
दोनों देशों के बीच पिछले महीने बैठक के तीसरे दौर में भारत ने 20 डॉलर सेवा शुल्क के मामले पर पाकिस्तान के ‘लगातार अड़े’ रहने पर निराशा जताई थी और उससे इस पर पुनर्विचार करने का कहा था.
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भारत और पाकिस्तान ने पिछले साल नवंबर में करतारपुर गलियारा बनाने पर सहमति जताई थी. यह गलियारा पाकिस्तान में करतारपुर स्थित दरबार साहिब को पंजाब के गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक धर्मस्थल से जोड़ेगा. भारतीय श्रद्धालु इससे होकर वीजा मुक्त आवाजाही करेंगे. श्रद्धालुओं को करतारपुर साहिब जाने के लिए सिर्फ एक परमिट लेना होगा.
The $20 fee each charged by Pak for #KartarpurSahib darshan is atrocious. How will a poor devotee pay this amount? Pakistan has made a business out of faith. @ImranKhanPTI's statement that this fee will boost Pak's economy & result in earning foreign exchange is highly shameful. pic.twitter.com/a0sidEDIPZ
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) October 20, 2019
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मद्देनजर इस गलियारे को नवंबर में खोला जाएगा.
पाकिस्तान भारतीय सीमा से करतारपुर स्थित गुरूद्वारा दरबार साहिब तक गलियारे का निर्माण कर रहा है, जबकि पंजाब में गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक से सीमा तक गलियारे का दूसरा हिस्सा भारत बना रहा है.
(समाचार एजेंसीभाषा के इनपुट्स के साथ)