नई दिल्ली : सी- 40 समिट में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने लगभग एक हफ्ते पहले दिल्ली में प्रदूषण से निपटने की कवायदों पर संबोधन दिया था. पर उसके बाद से दिल्ली की हवा की गुणवत्ता लगातार बिगड़ती चली गई है. दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक हवा की गुणवत्ता में किसी सुधार की गुंजाइश नहीं है और आने वाले दिनों में स्थिति और ख़राब होने वाली है.
सबसे बड़ी बात ये है कि बिगड़ती हवा को लेकर सीपीसीबी ने आईटी कंपनियों से अपील की है कि वो ‘वर्क फ्रॉम होम’ को बढ़ावा दे यानी कर्मचारियों को उनके घर से ही काम करने को कहें.
35 स्टेशनों की मॉनिटरिंग से हासिल डाटा के आधार पर सीपीसीबी ने बताया है कि बृहस्पतिवार को दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 284 यानी ख़राब रहा. ये बुधवार के 306 यानी बेहद ख़राब से बेहतर है, लेकिन ये स्थिति और बदतर होने वाली है.
सीपीसीबी के एक ऑफ़ कैमरा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसके सदस्य प्रशांत भार्गव ने कहा, ‘हमने कुछ हॉटस्पॉट बनाए हैं. हमारे 49 टास्क फ़ोर्स ग्राउंड पर काम कर रहे हैं. हमने सुबह टास्क फ़ोर्स से मीटिंग की है. हम दिल्ली सरकार और सारी ऐजेंसियों के साथ भी डेटा शेयर कर रहे हैं.’
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने कुछ सुझाव भी दिए हैं. सीपीसीबी ने कहा, ‘हम आईटी सेक्टर की कंपनियों से अपील कर रहे हैं कि वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दें. सरकारी और प्राइवेट कंपनियों से कहा गया है कि कार पूलिंग और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दिया जाए.’
बच्चों को स्कूल पहुंचाने के लिए प्राइवेट गाड़ियों का इस्तेमाल करने वाले परिजनों को भी ऐसा नहीं करने की अपील की गई है और कहा गया है कि स्कूल ख़ुद बच्चों को छोड़ने का इंतज़ाम करें. ये सारे सुझाव दिल्ली नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) के लिए हैं.
ख़राब होती हवा से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने भी कमर कस ली है. अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बृहस्पतिवार को दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘4 से 13 नवंबर के बीच राजधानी में ऑड-ईवन लागू होगा.’ आपको बता दें कि लगातार ख़राब होती हवा के बीच एक्शन प्लान के सात बिंदुओं में से कोई भी लागू नहीं किया गया है.
दिल्ली सरकार ने इसी स्थिति से निपटने के लिए 13 सितंबर को सात बिंदुओं का एक्शन प्लान लाया था. इसमें ऑड-ईवन, पॉल्यूशन मास्क, दिवाली में सामूहिक लेज़र शो, पर्यावरण की रक्षा करने के लिए मार्शल, हॉटस्पॉट कंट्रोल, डस्ट कंट्रोल और ट्री चैलेंज शामिल हैं.
Addressed the Press at the C40 Summit in Copenhagen, with Mayors of Paris, LA, Copenhagen, Barcelona & Portland over video
Delhi also signs C-40 Clean Air Cities Declaration (signed only by 38 cities of the 94 attending) as its commitment to clean its airhttps://t.co/Nh8KFjS27R
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 11, 2019
सीएम केजरीवाल ने 11 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पर्यावरण से संबंधित सी- 40 समिट को संबोधित किया था. इस दौरान दुनिया के 38 शहरों ने ‘साफ़ हवा घोषणापत्र’ पर भी दस्तख़त किया था. इसके मुताबिक दुनिया भर के शहर 2030 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन के ‘वायु गुणवत्ता दिशा-निर्देशों’ को पूरा करने की साझा दृष्टि के लिए प्रतिबद्ध हैं.
इस कार्यक्रम के दौरान केजरीवाल ने कहा, ‘साफ हवा को लेकर हमारी कई योजनाएं हैं. इसमें सरकारों के समन्वय शामिल है जिससे लोगों के कल्याण की उम्मीद है. इसके केंद्र में हरित समाधान हैं. इनमें शहरी स्तर के 269 जल निकायों का निर्माण, 500 किलोमीटर सड़क के आस-पास हरियाली लाने और 1000 इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किए जाने जैसी बातें शामलि हैं.’
सीएम के मुताबिक ख़राब हवा की विकराल हालात से निपटने के लिए इनके अलावा भी कई नीतियों, कार्यक्रमों और परियोजनाओं की दरकार होगी. फिलहाल तो सीपीसीबी ने जो घोषणा की है वो किसी आपातकालीन स्थिति से कम नहीं लगती, ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द ये कदम उठाने चाहिए.