लखनऊ: एक तरफ जहां आज सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मंदिर और बाबरी मस्जिद को लेकर विवाद आखिरी चरण की सुनवाई चल रही है. वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद साक्षी महाराज ने घोषणा की है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण छह दिसंबर से शुरू हो जाएगा. संयोग से छह दिसंबर वह तारीख है, जब 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था.
साक्षी महाराज ने कहा, ‘यह तर्कसंगत है कि मंदिर का निर्माण उसी तारीख को शुरू होना चाहिए, जब ढांचा गिराया गया था.’
साक्षी महाराज ने उन्नाव में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, ‘यह सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों के कारण साकार होने जा रहा है.’
उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण में मदद के लिए हिंदू और मुस्लिमों को एक साथ आना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘सुन्नी वक्फ बोर्ड को इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि बाबर एक हमलावर था और उनका पूर्वज नहीं था.’
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने बुधवार को अयोध्या मामले में दोनों पक्षों की सुनवाई के दौरान 16 अक्टूबर को शाम पांच बजे तक बहस खत्म करने का निर्देश दिया है. मुख्य न्यायाधीश ने कहा, ‘बहुत हो गया. अयोध्या मामले में दोनों पक्ष आज शाम पांच बजे तक बहस पूरी कर लें. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सर कार्यवाह मनमोहन वैद्य ने कहा कि राम मंदिर कोई राजनीतिक मसला नहीं है.
इसके साथ ही एक अन्य भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि उनकी याचिका के बाद ही सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में सुनवाई को गति दी.
उन्होंने कहा, ‘सिर्फ दिवाली नहीं, देश पूरे साल जश्न मनाएगा. क्योंकि राम मंदिर का निर्माण लाखों हिंदुओं का सपना पूरा होना है.’