नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित सुकमा जिले से पुनर्वास और सामाजिक बदलाव की एक नई तस्वीर सामने आई है. मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर आत्मसमर्पित नक्सलियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.
सुकमा के पुनर्वास केंद्र में रह रहे 35 आत्मसमर्पित नक्सलियों को राजमिस्त्री का व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें 15 महिलाएं और 20 पुरुष शामिल हैं.
यह प्रशिक्षण जिला प्रशासन और एसबीआई आरसेटी के सहयोग से संचालित हो रहा है. प्रशिक्षण में नींव निर्माण, ईंट चिनाई, प्लास्टर और छत ढलाई जैसे कौशल सिखाए जा रहे हैं. प्रशिक्षण पूरा होने के बाद ये युवा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत आवास निर्माण में काम करेंगे.
कलेक्टर देवेश ध्रुव ने कहा कि आत्मसमर्पण का अर्थ समाज की मुख्यधारा में सम्मान के साथ लौटना है. मुख्यमंत्री ने इसे स्थायी शांति की दिशा में अहम कदम बताया है.
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