देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दो प्रमुख कृषि योजनाओं, ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ के शुभारंभ को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने इसे देश की कृषि यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर और किसानों के लिए समृद्धि एवं सम्मान की दिशा में एक बड़ा कदम करार दिया.
मुख्यमंत्री धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, “आज भारत की कृषि इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि आई है. माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ और ‘दलहन आत्मनिर्भरता मिशन’ की शुरुआत की, जिससे देश के अन्नदाताओं के जीवन में समृद्धि और सम्मान का नया अध्याय शुरू होगा. इन योजनाओं के माध्यम से कृषि अवसंरचना, सिंचाई, भंडारण और फसल विविधता के क्षेत्रों में नए अवसर खुलेंगे, जो हर किसान के खेत में समृद्धि लाएंगे.”
भारत के कृषि इतिहास में आज का दिन एक ऐतिहासिक उपलब्धि लेकर आया है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने “पीएम धन-धान्य कृषि योजना” और “दलहन आत्मनिर्भरता मिशन” का शुभारंभ कर देश के अन्नदाताओं के जीवन में समृद्धि और सम्मान के नए अध्याय की शुरुआत की है।
इन योजनाओं के… pic.twitter.com/HceU7L9ayY
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 11, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले दिन ही इन दो प्रमुख योजनाओं का शुभारंभ किया, जिनका उद्देश्य कृषि में आत्मनिर्भरता को मजबूत करना और देश में दलहन उत्पादन को बढ़ावा देना है. इन योजनाओं के लिए कुल 35,440 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है.
विशेष कृषि कार्यक्रम में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “आज इस ऐतिहासिक दिन पर देश की आत्मनिर्भरता और किसानों के कल्याण के लिए दो महत्वपूर्ण नई योजनाओं का शुभारंभ हो रहा है – प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन. ये दोनों योजनाएं भारत के लाखों किसानों की किस्मत बदल देंगी. सरकार इन योजनाओं पर 35,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी.”
इस अवसर का संबंध भारत रत्न पुरस्कार प्राप्त जयप्रकाश नारायण और नानाजी देशमुख की जयंती से भी था. पीएम मोदी ने दोनों नेताओं को श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके ग्रामीण विकास और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रचार में योगदान को सराहा.
“आज 11 अक्टूबर, एक ऐतिहासिक दिन है. आज भारत माता के दो महान रत्नों, भारत रत्न जयप्रकाश नारायण और भारत रत्न नानाजी देशमुख की जयंती है. ये दोनों महान संतानों ने ग्रामीण भारत की आवाज़ बनकर लोकतांत्रिक क्रांति की नींव रखी.”
प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व कांग्रेस सरकारों की कृषि क्षेत्र में “दृष्टिहीनता” की भी आलोचना की, बताते हुए कहा कि उनकी उपेक्षा के कारण देश की कृषि प्रणाली कमजोर हुई.
“कृषि और खेती हमेशा हमारी विकास यात्रा का मुख्य हिस्सा रही है. समय बदलने के साथ सरकार का समर्थन जरूरी है. दुर्भाग्यवश, पिछली सरकारों ने कृषि को नजरअंदाज किया. उनके पास कृषि के लिए कोई दूरदर्शिता या योजना नहीं थी. कृषि से जुड़ी विभिन्न विभाग अपनी-अपनी ओर से काम करते रहे, जिससे भारत की कृषि प्रणाली लगातार कमजोर होती गई.”
पीएम ने जोर देकर कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने “अनगिनत” सुधार लागू किए, पिछली सरकारों की “अवहेलना वाली नीति” से अलग कदम उठाए, और आज इसके सकारात्मक परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं.