नई दिल्ली: लोक और भक्ति गायिका मैथिली ठाकुर और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दो वरिष्ठ नेताओं की मुलाकात को इस संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि ठाकुर आने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में उतर सकती हैं.
5 अक्टूबर को भाजपा महासचिव विनोद तावड़े और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से ठाकुर की मुलाकात के बाद यह अटकलें तेज हो गईं हैं. पार्टी सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि ठाकुर ने बीजेपी टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.
भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने सोमवार को घोषणा की कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे. मतगणना 14 नवंबर को होगी.
पिछले महीने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन ठाकुर द्वारा गाया गया एक भक्ति गीत ‘X’ पर साझा किया था.
मोदी पहले भी ठाकुर के उस भजन की सराहना कर चुके हैं जिसमें उन्होंने रामायण की शबरी पर गीत गाया था.
मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा, “मैं भी ये सब बातें टीवी पर देख रही हूं. हाल ही में बिहार गई थी, जहां नित्यानंद राय और विनोद तावड़े से मुलाकात हुई. हमने बिहार के भविष्य पर चर्चा की. अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। देखते हैं आगे क्या होता है. मैं अपने गांव की सीट से चुनाव लड़ना चाहूंगी क्योंकि उससे मेरा जुड़ाव है.”
दिप्रिंट ने मैथिली ठाकुर से फोन और संदेश के माध्यम से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन प्रकाशन तक कोई जवाब नहीं मिला. जवाब मिलने पर रिपोर्ट अपडेट की जाएगी.
जब उनसे पूछा गया कि वह बिहार चुनाव में किसका समर्थन कर रही हैं, तो 25 वर्षीय ठाकुर ने कहा, “मैं इस पर अभी कुछ नहीं कहना चाहती… मैं देश के विकास के लिए जो संभव हो सके, योगदान देने के लिए तैयार हूं.”
तावड़े ने रविवार को ‘X’ पर अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “केंद्रीय गृह राज्य मंत्री @nityanandraibjp जी और मैंने मैथिली ठाकुर जी से आग्रह किया कि बिहार की जनता को आपसे बहुत उम्मीदें हैं. बिहार की बेटी मैथिली ठाकुर जी को शुभकामनाएं.”
उन्होंने लिखा कि ठाकुर का परिवार 1995 में पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल के दौरान बिहार छोड़कर चला गया था, लेकिन राज्य की प्रगति देखकर अब वह लौटना चाहती हैं.
तावड़े की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ठाकुर ने लिखा, “जो लोग बिहार के लिए बड़ा सपना देखते हैं, उनके साथ हर बातचीत मुझे दृष्टि और सेवा की शक्ति की याद दिलाती है. हृदय से आभारी और सम्मानित महसूस कर रही हूं.”
भाजपा सूत्रों के अनुसार, ठाकुर ने विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करेगा.
बीजेपी में ठाकुर की संभावित स्थिति
भाजपा दो सीटें ठाकुर को ऑफर कर सकती है, पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने दिप्रिंट को बताया. उन्होंने कहा, “बैठक के बाद उन्होंने आलिनगर या बेनीपट्टी में से किसी एक सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई. यह संभव है कि उन्हें इन्हीं दो सीटों में से किसी एक से उम्मीदवार बनाया जाए.
“क्योंकि मैथिली को मिथिला की बेटी माना जाता है और वह खुद इस पर गर्व करती हैं, इसलिए इससे एक भावनात्मक जुड़ाव भी बनेगा. हालांकि, उनका नाम चर्चा में है लेकिन अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा.”
बिहार के एक पार्टी पदाधिकारी ने दिप्रिंट को बताया कि वे चाहते हैं कि ठाकुर चुनाव न लड़ें तो भी उनके लिए प्रचार करें.
उन्होंने कहा, “टिकट बंटवारा एक बड़ा काम होता है. कई लोग जो चुनाव लड़ने की इच्छा जताते हैं, उन्हें पहले राज्य स्तर पर परखा जाता है और फिर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व करता है. फिलहाल कुछ भी तय नहीं है.”
हालांकि, नेता ने कहा कि ठाकुर का “सोशल मीडिया पर बड़ा फॉलोइंग है और वह बिहार की संस्कृति को दर्शाती हैं.” उनका युवाओं से जुड़ाव भी पार्टी के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. गायिका के 6.3 मिलियन इंस्टाग्राम फॉलोअर्स हैं और वह अपने कार्यक्रमों के बारे में नियमित अपडेट पोस्ट करती हैं.
पार्टी के सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि उनकी उम्मीदवारी पर अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है. पार्टी इस बार ज्यादा नए उम्मीदवारों और युवा नेताओं को मौका देना चाहती है, खासकर एनडीए सहयोगी नीतीश कुमार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी को संतुलित करने के लिए.
ठाकुर का जन्म बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी में हुआ था. वह 2011 में ज़ी टीवी के शो सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स में अपने प्रदर्शन और भागीदारी से मशहूर हुईं.
उन्हें उनके पिता और दादा ने मैथिली लोक संगीत और हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में प्रशिक्षित किया था. ठाकुर लोकगीतों के लिए जानी जाती हैं, खासकर तीन भाषाओं— मैथिली, भोजपुरी और हिंदी में. 2023 में चुनाव आयोग ने ठाकुर को बिहार का स्टेट आइकन बनाया था.
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