नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 2034 के बाद नरेंद्र मोदी की जगह प्रधानमंत्री बनेंगे, ऐसा बीजेपी के लोकसभा सांसद मनोज तिवारी ने कहा.
तिवारी ने दिप्रिंट से बात करते हुए कहा कि 2029 के लोकसभा चुनावों में एनडीए मजबूत बनी रहेगी और केवल बीजेपी को 272 से ज्यादा सीटें मिलेंगी, जो बहुमत का निशान है.
भविष्य के बिहार चुनावों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने एनडीए गठबंधन के सत्ता में लौटने पर विश्वास जताया.
तिवारी, जो पूर्वोत्तर दिल्ली से लोकसभा सांसद हैं, ने कहा कि पीएम मोदी 2034 तक पार्टी का चेहरा बने रहेंगे और शाह में मोदी के उत्तराधिकारी बनने के सभी गुण हैं. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि 2034 तक मोदी जी प्रधानमंत्री रहेंगे. 2034 के चुनावों में वह बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार भी होंगे. भगवान उन्हें आशीर्वाद दें और वे स्वस्थ रहें.”
उन्होंने कहा, “कई लोग आगे आएंगे, लेकिन मोदी जी के बाद अमित शाह जी पहले हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है.”
पिछले हफ्ते, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ में कोई तय सेवानिवृत्ति आयु नहीं है, उनके पहले बयान के बाद विवाद उठने के बाद. विपक्ष ने इसे प्रधानमंत्री की ओर इशारा बताया, जो इस महीने 75 साल के हो रहे हैं.
तिवारी ने पीएम मोदी की हाल की रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के शी जिनपिंग से मुलाकात की भी प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “मोदी जी का क्या कदम, क्या गति है. आत्मविश्वास, ऊर्जा—भगवती मां इसे ऐसे बनाए रखें. मुझे पूरा भरोसा है कि पीएम मोदी 2034 तक कार्यकाल पूरा करेंगे. और 2029 में भी देश की गति दिखाई देगी. आगे की संभावनाएं बहुत मजबूत हैं.”
तिवारी ने आगे कहा, “अभी हम मोदी जी के अलावा कुछ नहीं देख रहे हैं. मोदी जी की वजह से जो आभा है और जिस तरह अमित शाह ने गृह मंत्री के रूप में उनके विचारों को लागू किया—अमित शाह को सलाम. आज डल लेक में नौकायन प्रतियोगिता हो रही है और लाल चौक में तिरंगा प्रतियोगिता. जम्मू-कश्मीर में चुनाव शांतिपूर्ण हुए. 2026 तक देश से नक्सलवाद समाप्त हो जाएगा. पूरे देश में सुरक्षा का एहसास मोदी जी और उनके साथी अमित शाह की वजह से है.”
उन्होंने कहा कि पार्टी में कई सक्षम नेता हैं और समय आने पर और लोग आगे आएंगे. “उसके बाद अमित शाह जी. उसके बाद योगी जी, फडणवीस जी. देश में कई उम्मीदवार हैं और कई आगे आएंगे. योगी आदित्यनाथ शानदार काम कर रहे हैं और देवेंद्र फडणवीस भी अच्छा काम कर रहे हैं. मोहन यादव और नयन सैनी भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं.”
लोकसभा सांसद ने कहा कि एनडीए सहयोगियों के बीच “अद्भुत संबंध” हैं.
उन्होंने कहा, “एक भी बार ऐसा नहीं लगा कि कोई बड़ा निर्णय लेने से पहले हमें सोचना पड़े. इसका श्रेय चंद्रबाबू नायडू जी, नीतीश कुमार जी, चिराग पासवान जी और हमारे अन्य सहयोगियों को जाता है.”
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने या पार्टी ने एनडीए सहयोगियों से किसी असंतोष का अनुभव किया, तो तिवारी ने कहा कि स्पष्ट बहुमत वाली पार्टी में अलग तरह का आत्मविश्वास होता है. “हमें कोई दबाव महसूस नहीं हुआ, भले ही हमने सोचा था कि होगा. जब वक्फ बोर्ड का मुद्दा आया और उन्होंने समझा कि मुस्लिम समुदाय को वक्फ बोर्ड कानून में छोटे बदलाव से फायदा होगा, तो उन्होंने हमारा साथ दिया.”
पिछले साल के लोकसभा चुनाव में एनडीए के प्रदर्शन पर तिवारी ने कहा, “हमें लगता है कि जनता ने गलती की, लेकिन असल में गलती यह थी कि हम उन्हें समझा नहीं पाए. अगर किसी की गलती थी, तो हमारी. जनता—यह आप हैं, हम हैं, यह परिवार जैसा है. जनता थोड़ी देर के लिए भ्रमित हो सकती है, लेकिन हम उन्हें उस भ्रम से बाहर नहीं निकाल पाए—तो गलती हमारी है.”
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