scorecardresearch
Friday, 11 July, 2025
होमडिफेंस'भारत में हुए नुकसान की एक भी तस्वीर दिखाओ'—ऑपरेशन सिंदूर पर NSA डोभाल की विदेशी मीडिया को चुनौती

‘भारत में हुए नुकसान की एक भी तस्वीर दिखाओ’—ऑपरेशन सिंदूर पर NSA डोभाल की विदेशी मीडिया को चुनौती

डोभाल ने विदेशी मीडिया के उन बयानों को खारिज किया जिनमें कहा गया था कि पाकिस्तान ने भारत को नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने सटीक हमलों और स्वदेशी हथियारों की प्रभावशीलता के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की.

Text Size:

नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता के लिए भारतीय सेना की सराहना की और कहा कि इस अभियान में भारत की स्वदेशी सैन्य प्रणाली की सटीकता और प्रदर्शन ने बड़ी भूमिका निभाई.

डोभाल ने विदेशी मीडिया की उन खबरों को भी खारिज किया जिनमें कहा गया कि पाकिस्तान ने भारत को नुकसान पहुंचाया. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा, “अगर ऐसा है तो एक भी तस्वीर दिखाओ जिसमें भारत को नुकसान हुआ हो.”

शुक्रवार को आईआईटी मद्रास के 62वें दीक्षांत समारोह में बोलते हुए डोभाल ने कहा कि देश को अपने स्वदेशी प्लेटफॉर्म्स पर गर्व है—चाहे वह युद्ध क्षेत्र की निगरानी प्रणाली हो, रडार हो, कमांड-एंड-कंट्रोल नेटवर्क हो या ब्रह्मोस मिसाइल.

उन्होंने कहा, “हमें इस बात पर गर्व है कि इसमें कितना स्वदेशी कंटेंट था. हमारे कुछ बेहतरीन सिस्टम—चाहे ब्रह्मोस मिसाइल हो, IACCS हो, रडार हो या युद्ध क्षेत्र की निगरानी—सबने बेहतर काम किया.”

डोभाल ने बताया कि यह सर्जिकल स्ट्राइक मात्र 23 मिनट चली और बेहद सटीक थी.

उन्होंने कहा, “हमने पाकिस्तान के अंदर 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. ये बॉर्डर पर नहीं थे. हमसे कोई निशाना नहीं चूका. हमने कहीं और नहीं मारा। हमें पता था कौन कहां है.”

“पूरा ऑपरेशन रात 1:05 बजे शुरू हुआ और 1:28 पर खत्म हो गया.”

यह ऑपरेशन 7 मई को तड़के उस आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था जो 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित और प्रशिक्षित आतंकियों ने किया था. इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें एक विदेशी नागरिक भी था.

डोभाल ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों—जैसे कि दि न्यूयॉर्क टाइम्स—पर भी टिप्पणी की और उन्हें भ्रामक बताया.

उन्होंने कहा, “विदेशी मीडिया कहती है पाकिस्तान ने हमला किया… आप एक तस्वीर दिखाओ जिसमें भारत को कोई नुकसान हुआ हो—एक कांच भी टूटा हो. दुनियाभर की सैटेलाइट इमेजरी में कुछ भी नहीं दिखता.”

उन्होंने बताया कि हालांकि भारत को नुकसान दिखाने वाली कोई तस्वीर सामने नहीं आई, लेकिन सैटेलाइट इमेजेस ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को नुकसान दिखाया.

“इन तस्वीरों में पाकिस्तान के 13 एयरबेस—जैसे सरगोधा, रहीम यार खान, चकलाला, रावलपिंडी और भोलारी—को 10 मई से पहले और बाद की स्थिति में दिखाया गया है। भोलारी में उनका AWACS (हवाई प्रारंभिक चेतावनी और नियंत्रण प्रणाली) भी था.”

डोभाल ने स्पष्ट किया कि ये जानकारी भारतीय खुफिया एजेंसियों से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सैटेलाइट डेटा से ली गई थी.

“मैं यह नहीं कह रहा कि हमारी एजेंसियों ने यह कहा, मैं वही बता रहा हूं जो विदेशी मीडिया ने तस्वीरों के आधार पर कहा है. इसका मतलब है कि हम ऐसा करने में सक्षम हैं.”

दिप्रिंट की मई में आई रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान को हुआ असली नुकसान उनकी आधिकारिक बातों से कहीं ज़्यादा हो सकता है. जानकारी के मुताबिक, एक ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट पूरी तरह नष्ट हो गया और दो अन्य को मध्यम से गंभीर नुकसान हुआ. एक रनवे भी लंबे समय के लिए बेकार हो गया.

पाकिस्तानी वायुसेना के एयर मार्शल मसूद अख्तर (सेवानिवृत्त) ने भी एक पाकिस्तानी चैनल पर माना कि भोलारी में एक हैंगर पर भारत के हमले में उनका साब एरीये (AEW&C) सिस्टम तबाह हो गया.

दिलचस्प बात यह है कि 7 मई को जब भारतीय DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने पाकिस्तान से संपर्क किया, तो उन्होंने “कड़ी प्रतिक्रिया” की धमकी दी. लेकिन 10 मई को पाकिस्तान ने खुद संपर्क कर संघर्ष विराम का प्रस्ताव दिया.

डोभाल ने आगे कहा कि भारत अब अपने संचार सिस्टम को पूरी तरह स्वदेशी बनाएगा ताकि डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. “हम अपनी संचार प्रणालियों को पूरी तरह स्वदेशी बनाएंगे। यह डेटा सुरक्षा और सुरक्षा जरूरतों के लिए ज़रूरी है.”

एनएसए ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को “गेम-चेंजर” बताया और कहा कि भारत को नई तकनीकों को तेजी से अपनाना चाहिए और विदेशी निर्भरता कम करनी चाहिए.

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: पाकिस्तान की KPK में आदिवासी न्याय प्रणाली ‘जिरगा’ को बहाल करने की योजना — ‘संविधान के साथ धोखा’


 

share & View comments