भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरु पूर्णिमा के मौके पर राजधानी भोपाल में शिक्षकों का सम्मान किया और महर्षि सांदीपनि की प्रेरक कथा सुनाई. उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा हमारी संस्कृति का उज्ज्वल पर्व है, जहां गुरु को सर्वोच्च स्थान दिया गया है.
कमला नेहरू सांदीपनि कन्या शासकीय विद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम ने स्कूल के नए अत्याधुनिक भवन का लोकार्पण भी किया, जिसे करीब 36 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है. इस भवन में आधुनिक प्रयोगशालाएं, समृद्ध लाइब्रेरी और ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं हैं.
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना को आगे बढ़ाया है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि मोदी जी ने भारत को वैश्विक मंच पर गौरव दिलाया है, जैसा आजादी के बाद कोई नहीं कर सका.
सीएम यादव ने महर्षि सांदीपनि की कथा सुनाते हुए कहा कि उनके त्याग और शिक्षा के प्रति समर्पण से हम सबको सीख लेनी चाहिए. उन्होंने बताया कि किस तरह महर्षि सांदीपनि ने अपने ही बेटे की बलि देकर भी गुरुकुल की परंपरा को जिंदा रखा. उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने भी गुरुदक्षिणा में उनका बेटा वापस दिलाया था.
सीएम ने कहा कि इस बार 10वीं-12वीं के परीक्षा परिणामों ने 15 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. सरकारी स्कूलों के नतीजे निजी स्कूलों से बेहतर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सरकार नई शिक्षा नीति के तहत रोजगारपरक पाठ्यक्रमों पर भी जोर दे रही है.
सीएम ने कहा कि प्रदेश में पहले सिर्फ 5 मेडिकल कॉलेज थे, जो अब बढ़कर 37 हो चुके हैं. मेडिकल सीटें भी 500 से बढ़ाकर 7500 कर दी गई हैं और अगले दो साल में यह संख्या 10 हजार तक पहुंचाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार हर विद्यार्थी की मदद के लिए तैयार है, चाहे वह डॉक्टर बनना चाहे या इंजीनियर.
सीएम ने घोषणा की कि जल्द ही स्कूल-कॉलेजों के लिए सरकारी बसें चलाई जाएंगी. साथ ही, 6वीं और 9वीं के बच्चों को 5 लाख साइकिलें भी वितरित की जाएंगी. महू और देवास समेत तीन सरकारी स्कूलों को बेहतरीन प्रदर्शन पर 5-5 लाख रुपये दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि बच्चों को समय पर ड्रेस और किताबें उपलब्ध कराई जा रही हैं. झाबुआ और रतलाम के सरकारी स्कूलों को अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं, जो इस बात का संकेत है कि सरकारी शिक्षा में बड़ा बदलाव आ रहा है.
सीएम ने कहा कि सरकार बच्चों की फीस भरने से लेकर रोजगार तक हर स्तर पर सहयोग दे रही है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अगर कोई युवा अस्पताल खोलना चाहता है तो उसे 40% की सब्सिडी मिलेगी.
उन्होंने कहा, “हमारे देश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रूप में महिला नेतृत्व को सर्वोच्च पद तक पहुंचाया है, जो बड़े-बड़े देशों के लिए भी मिसाल है.”