हैदराबाद: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने वफादार नेता और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े पी.वी.एन. माधव को आंध्र प्रदेश इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. यह फैसला उस समय लिया गया है जब पार्टी राज्य में अपने दम पर ज़मीन बनाने के लिए संघर्ष कर रही है.
माधव की नियुक्ति से पूर्व कांग्रेस केंद्रीय मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के संस्थापक एन.टी. रामाराव की बेटी दग्गुबाती पुरंदेश्वरी का दो साल का कार्यकाल समाप्त हुआ.
बीजेपी फिलहाल चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में टीडीपी और जन सेना पार्टी (जेएसपी) के साथ गठबंधन में है.
माधव का सर्वसम्मति से चुनाव हुआ और मंगलवार को विजयवाड़ा में उन्होंने पदभार ग्रहण किया.
तेलंगाना की तरह, आंध्र प्रदेश में भी शीर्ष पद के लिए कई लोकप्रिय नेता दौड़ में थे, लेकिन बीजेपी हाईकमान ने एक कट्टर पार्टी कार्यकर्ता को चुना.
तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष रामचंदर राव की तरह माधव भी एमएलसी रहे हैं और विधान परिषद में बीजेपी नेता रहे हैं। दोनों 2015 और 2017 में अपने-अपने राज्यों में ग्रेजुएट्स कांस्टीट्यूंसी से चुने गए थे.
दोनों ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े रहे हैं और छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं. जहां राव ब्राह्मण समुदाय से हैं, वहीं माधव ओबीसी समुदाय से आते हैं.
माधव का परिवार दो पीढ़ियों से संघ से जुड़ा रहा है. उनके पिता पी.वी. चेलापति राव 1980 के दशक की शुरुआत में संयुक्त आंध्र प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं.
51 वर्षीय माधव ने आंध्र विश्वविद्यालय से एमबीए किया है. अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने बीजेपी में विभिन्न पदों पर काम किया है.
हालांकि आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पद की दौड़ में पुरंदेश्वरी, पूर्व मुख्यमंत्री किरण रेड्डी और विधायक सुजाना चौधरी जैसे नेता भी थे, लेकिन सूत्रों के अनुसार हाईकमान ने माधव परिवार के संघ और BJP से लंबे समय से जुड़े योगदान को सम्मान देते हुए उन्हें यह पद सौंपा.
विजयवाड़ा में अपने शपथ ग्रहण समारोह में माधव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, “मैं इमरजेंसी के समय पैदा हुआ था, और अब जब उस घटना को 50 साल पूरे हो रहे हैं, मैं आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बना हूं. मुझे खुशी है कि मैं ऐसे साल में यह पद ग्रहण कर रहा हूं जब आरएसएस के भी 100 साल पूरे हो रहे हैं.”
माधव ने कहा कि उनके पूर्ववर्ती पुरंदेश्वरी के कार्यकाल में पार्टी को आठ विधायक और तीन सांसद मिले और अब वह वरिष्ठ नेताओं के सहयोग से इस संख्या को दोगुना करना चाहेंगे.
बाद में कृष्णा नदी के किनारे इंद्रकीलाद्री पहाड़ी पर स्थित प्रसिद्ध कनक दुर्गा मंदिर में दर्शन करने के बाद माधव ने कहा कि “वह एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में आंतरिक मतभेदों को दूर करेंगे.”
उन्होंने कहा, “मैं सुनिश्चित करूंगा कि बीजेपी को गठबंधन में और अधिक महत्व मिले, और इसके लिए मैं कुछ मुद्दों को मुख्यमंत्री नायडू के संज्ञान में लाऊंगा.” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी राज्य के लिए केंद्र से और अधिक फंड लाने की कोशिश करेगी.
मार्च 2023 में, जब टीडीपी-बीजेपी में फिर से गठबंधन नहीं हुआ था, तब माधव को उत्तर आंध्र ग्रेजुएट्स एमएलसी सीट पर टीडीपी के वेपाडा चिरंजीवी राव से हार का सामना करना पड़ा था.
मंगलवार को टीडीपी प्रमुख नायडू और जेएसपी प्रमुख पवन कल्याण ने माधव को आंध्र प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बनने पर बधाई दी. पार्टी की विज्ञप्ति में पवन कल्याण ने कहा, “छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे माधव एक राष्ट्रवादी सोच वाले नेता हैं. अब जब वे AP बीजेपी के अध्यक्ष बने हैं, मुझे उम्मीद है कि वे एनडीए की भावना को आगे बढ़ाएंगे.”
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