भोपाल: मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित दो दिवसीय गाइड प्रशिक्षण कार्यशाला का मंगलवार को समापन हुआ. कार्यशाला के दूसरे दिन प्रातः हैरिटेज वॉक का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए 50 से अधिक गाइड्स ने हिस्सा लिया. इस वॉक के जरिए उन्होंने भोपाल की ऐतिहासिक धरोहरों और समृद्ध विरासत को करीब से जाना.
कमला पार्क से सुबह 7 बजे शुरू हुई यह वॉक गौहर महल, इकबाल मैदान और सदर मंजिल तक आयोजित की गई. मिरांडा हाउस-भोपाल की इतिहासकार अरुणिका माथुर ने प्रतिभागियों को शहर की स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन स्थलों को प्रभावशाली ढंग से पर्यटकों के समक्ष कैसे प्रस्तुत किया जा सकता है.
हैरिटेज वॉक के पश्चात गाइड नीति, दिशा-निर्देश, तकनीकी कौशल, विपणन रणनीति, आपातकालीन स्थितियों में गाइड की भूमिका तथा शिकायत प्रबंधन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए.
यह कार्यशाला राज्य में कार्यरत लाइसेंसधारी राज्य स्तरीय एवं स्थानीय गाइड्स की कार्यकुशलता और व्यवहारिक दक्षता को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी. कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, राज्य पुरातत्व संग्रहालय एवं अभिलेखागार, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, IITTM ग्वालियर और अन्य विषय विशेषज्ञों का सहयोग रहा.
विशेषज्ञों ने पर्यटन स्थलों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, संवाद शैली, तकनीकी उपयोग और विभागीय योजनाओं की जानकारी देकर प्रतिभागियों को गहराई से प्रशिक्षित किया.