नई दिल्ली: दुश्मनों को छुपकर मारने वाले अपाचे एएच 64 भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने को पहुंच चुके हैं. आठ हेलीकॉप्टर की पहली खेप मंगलवार को भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल कर लिया गया. पठानकोट एयरबेस में इन विमानों को रखा गया है. इन विमानों के शामिल होने से वायु सेना की ताकत में इज़ाफा हुआ है. इन विमानों के जरिए लाइन ऑफ कंट्रोल के आसपास वाले क्षेत्र में एयरस्ट्राइक करने में मदद मिलेगी.
नरेंद्र मोदी सरकार ने अमेरिकी सरकार से सितंबर 2015 में 1.4 बिलियन डॉलर की डील की थी. जिसमें 22 अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदने की बात की गई थी.
अपाचे के जुड़ जाने से हमारी युद्ध क्षमता को बढ़ावा मिलेगा. इस चौपर से भारतीय वायुसेना को कई तरह के मिशन को पूरा करने में मदद मिलेगी. वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने दिप्रिंट को बताया, ‘दुश्मन का सामना करने में औऱ उनके टैंकों का सामना करने में यह हेलिकॉप्टर सक्षम है.’
‘अपाचे भारत की युद्ध में मारक क्षमता को और बढाएगा और अधिक ऊंचाई कारगिल जैसे इलाकों में काफी मददगार साबित होगा.
सूत्र ने बताया, ‘ये हेलिकॉप्टर भारत के सर्जिकल स्ट्राइक करने की क्षमता को बढ़ाएगी और एलओसी के आसपास हवा से मार करने में मदद होगी. इन हेलिकॉप्टर के आने के बाद जमीन द्वारा सेना भेज कर सर्जिकल स्ट्राइक करने की जरूरत नहीं होगी. ऐसा करना काफी जोखिम भरा होता है.’
अपाचे अटैकिंग हेलिकॉप्टर है
भारत अब तक रूस के एमआई-35एस का इस्तेमाल करता था. लेकिन इन विमानों के रिटायरमेंट की उम्र हो गई है. एमआई-35एस अधिक सुरक्षित इलाकों से सैनिकों को ले आने और जाने में मदद करता है. लेकिन अपाचे हेलिकॉप्टर धरती से हवा में और हवा से धरती पर मार करने की क्षमता रखता है.
अपाचे को पूरे विश्व में सबसे घातक विमान माना जाता है. इसे बनाने वाली कंपनी बोइंग ने 1984 के बाद से 2200 विमान बेचे हैं.
अपाचे विमान एएन/एपीजी-78 फाइर कंट्रोल सिस्टम से लैस है. इस विमान का खासियत यह है कि ये लक्ष्य पर सीधा निशाना लगाने के लिए जाना जाता है. यह विमान 2 मिनट के भीतर 1200 राउंड फायर कर सकती है. इस विमान में 70 एमएम के रॉकेट भी लगे हुए हैं. अपाचे 80 ऐसे मिसाइल को वहन कर सकती है.
भारत के खरीदे हुए अपाचे हेलिकॉप्टर में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल भी है. इस बात को वायु सेना प्रमुखता से बता रही है. इन मिसाइलों के जरिए रात में भी लक्ष्य को भेदा जा सकता है.
यह डील करना आसान नहीं था
इस डील को करना भारत के लिए आसान नहीं था. डील के दौरान लगभग 10 बार कीमत को लेकर बात हुई. जिसमें कीमतों में बढ़ोतरी होने के कारण डील फाइनल नहीं हो पा रही थी. लेकिन पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के कार्यकाल के दौरान यह डील फाइनल हुई थी.
भारत विश्व का 14वां देश है जिसने अपाचे हेलिकॉप्टर खरीदा है. भारत को मिला विमान सबसे आधुनिक माने जाने वाले एएच-64ई वैरियंट से लैस है. भारत के अलावा ये वैरियंट अमेरिकी सेना में इस्तेमाल होता है.
इस विमान से जुड़ी डील में भारत ने बोइंग के साथ-साथ अमेरिकी सरकार से भी बात की थी. हेलिकॉप्टर में लगे रडार और हथियारों के लिए भारत ने अमेरिकी सरकार से बात की थी.
भारतीय वायु सेना ने अमेरिका में 2018 में इस विमान को उड़ाने की ट्रेनिंग ली थी. पाकिस्तान मिलिट्री ऑपरेशन के लिए अमेरिका में बने एएच-1 कोबरा का इस्तेमाल करता है. हाल ही में पाकिस्तान ने टर्की से 30 टी-129 एटीएके चौपर खरीदा है.
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