श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने गुरुवार को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में तिरंगा फहराया. राज्य के विशेष दर्जे को निष्प्रभावी किए जाने और दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटे जाने के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है. इस मौके पर एकत्र हुए लोगों को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा कि सरकार कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है, जो 1990 में हजारों की संख्या में घाटी छोड़कर चले गए थे. मलिक ने यह भी कहा कि पथराव की घटनाओं के साथ-साथ आतंकवादी संगठनों में कश्मीरी युवाओं की भर्ती में कमी आई है.
Jammu & Kashmir Governor Satya Pal Malik at Sher-i-Kashmir stadium in SRINAGAR: I assure the people of Jammu & Kashmir that their identity is not on the line, it hasn't been tampered with. The constitution of India allows different regional identities to flourish. https://t.co/SxjzfVvnWV
— ANI (@ANI) August 15, 2019
इससे पहले झंडा फहराने के बाद राज्यपाल ने सुरक्षा बलों के परेड का निरीक्षण किया.
Ladakh: #IndiaIndependenceDay celebrations underway in Leh. pic.twitter.com/DaNTcMue02
— ANI (@ANI) August 15, 2019
अनुच्छेद 370 के हटाने के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस हैं लद्दाख में भी खुशी से इस पर्व को मनाया गया.
हालांकि, श्रीनगर सहित कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी गई हैं लेकिन, घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ प्रतिबंध जारी हैं.
आपको बता दें, केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रपति के आदेश से 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया गया था.
(आईएएनएस इनपुट के साथ )