नई दिल्ली: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने रविवार को अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया. इसके साथ ही, बीएसपी ने आनंद कुमार और रामजी गौतम को पार्टी का राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त करने की घोषणा की.
2 मार्च को जारी एक प्रेस रिलीज में मायावती ने आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को “गुटबाजी” के आरोप में पार्टी से निष्कासित करने की बात कही.
“बीएसपी संस्थापक कांशीराम के ईमानदार और वफादार अनुयायी और उत्तराधिकारी होने के नाते, मैंने अशोक सिद्धार्थ को पार्टी हित में निष्कासित कर दिया है. उन्होंने पूरे देश, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में पार्टी को दो गुटों में बांटने का घिनौना कार्य किया, जो पूरी तरह से असहनीय है। यहां तक कि उनके बेटे की शादी में भी यह सब देखने को मिला,” मायावती ने कहा.
उन्होंने आगे कहा कि आकाश आनंद की शादी अशोक सिद्धार्थ की बेटी से हुई है और इस रिश्ते में उनके ससुर का आकाश पर कितना प्रभाव है, यह गंभीरता से देखने की जरूरत है, जो अब तक सकारात्मक नहीं दिख रहा है.
“ऐसे में पार्टी हित में आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से अलग करना जरूरी हो गया था. इसके लिए पार्टी नहीं, बल्कि उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ पूरी तरह जिम्मेदार हैं, जिन्होंने न सिर्फ पार्टी को नुकसान पहुंचाया, बल्कि आकाश आनंद के राजनीतिक करियर को भी नुकसान पहुंचाया,” मायावती ने कहा.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब आकाश आनंद की जगह आनंद कुमार पहले की तरह पार्टी का सारा काम देखेंगे और उनके लखनऊ व बाहरी दौरों के दौरान पार्टी की जिम्मेदारियां निभाएंगे. “अब तक उन्होंने मुझे किसी भी मामले में निराश नहीं किया है, उन्होंने पार्टी और आंदोलन को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है,” उन्होंने पत्र में लिखा.
गौरतलब है कि जून 2024 में मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था और उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी थी. इससे पहले, मई 2024 में लोकसभा चुनाव के दौरान भी मायावती ने आकाश को पार्टी के सभी अहम पदों से हटा दिया था, उन्हें “अपरिपक्व” बताते हुए.
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