नई दिल्ली: उन्नाव रेप केस में मामले में दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप तय किया है. तीस हजारी कोर्ट ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण पॉक्सो अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत कुलदीप सेंगर पर लगे आरोपों पर आदेश पारित किया है. कोर्ट ने विधायक कुलदीप सेंगर पर आइपीसी की धारा 120बी, 363 , 366, 109, 376 (आई) और पॉक्सो एक्ट 3 और 4 के तहत आरोप तय किया है.
कोर्ट ने यह भी कहा कि सेंगर के खिलाफ आरोप तय करने के पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं.
Unnao Rape Case: Delhi's Tis Hazari Court has passed order on charges under relevant sections of Protection of Children from Sexual Offences (POCSO) Act. https://t.co/85LtrKl0nI
— ANI (@ANI) August 9, 2019
सुप्रीम कोर्ट ने एक अगस्त को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता से संबंधित पांच मामलों को दिल्ली स्थानांतरित किया था और मामले में प्रतिदिन सुनवाई के लिए एक विशेष न्यायाधीश नियुक्त किया. अदालत ने कहा है कि ट्रायल 45 दिनों के भीतर पूरी हो जानी चाहिए. जिसके बाद इस मामले में लगातार सुनवाई चल रही है.
सुप्रीम कोर्ट ने बाल दुष्कर्मो के मामलों पर अंकुश लगाने की दिशा में उठाए कदमों के तहत अपनी स्वत:संज्ञान पंजीकृत पीआईएल का विस्तार किया है. इसमें उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को मुआवजा और सुरक्षा देने के मुद्दे शामिल हैं.
मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने बुधवार को पीड़िता के परिवार द्वारा लिखे गए एक पत्र का संज्ञान लिया, जिसमें उन्होंने कुलदीप सेंगर के आदमियों से धमकी मिलने के आरोप लगाए थे.
पीड़िता ने साल 2017 में सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. वह रविवार को अपनी मौसी, चाची और वकील महेंद्र सिंह के साथ रायबरेली जा रही थी, तभी सामने से आ रहे एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी. ट्रक के आगे-पीछे की नंबर प्लेट पर कालिख पुता हुआ था.
दुष्कर्म पीड़िता और उसके वकील की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. दोनों का इलाज दिल्ली के आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में चल रहा है. जबकि इस हादसे में मारी गई पीड़िता की चाची जुल्म के मामले की गवाह थी.
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता कई तरह के गंभीर रक्त संक्रमणों से जूझ रही है. इसके चलते उसे दी जा रही सात एंटीबायोटिक दवाओं में से छह अपना प्रभाव नहीं दिखा पा रही हैं. लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) से दिल्ली के अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान (एम्स) में स्थानांतरित किए जाने के बाद एक रिपोर्ट आई है.
पीड़िता की ब्लड कल्चर एग्जामिनेशन रिपोर्ट में कहा गया है कि वह कई रक्त संक्रमणों से ग्रसित है.
28 जुलाई को ट्रक-कार दुर्घटना के बाद से पीड़िता और उसके वकील जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं. इस हादसे में पीड़िता के दो रिश्तेदारों की मौत हो गई थी.