नई दिल्ली: बिहार में खेल और शिक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, राजगीर स्थित बिहार खेल विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) से मान्यता प्राप्त हुई है.
यह मील का पत्थर संस्थान को 2025-26 शैक्षणिक सत्र से शारीरिक शिक्षा और खेल विज्ञान में अकादमिक पाठ्यक्रम प्रदान करने में सक्षम बनाता है.
विश्वविद्यालय खेल कोचिंग और योग में डिप्लोमा और स्नातकोत्तर डिप्लोमा (PGD) पाठ्यक्रम जैसे कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा है. इसके अलावा, चार साल का बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन (B.P.Ed.) कार्यक्रम भी शुरू करने की योजना है, जिसे राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) से मंजूरी मिलनी बाकी है.
इन पहलों का उद्देश्य छात्रों को पेशेवर योग्यता और विशेष खेल विषयों में व्यावहारिक प्रशिक्षण से लैस करना है, जिससे उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवसरों के लिए सशक्त बनाया जा सके.
कुलपति ने कहा, ‘‘बिहार में खेल शिक्षा के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की दिशा में UGC की मान्यता एक कदम है. हम इस क्षेत्र में विश्वविद्यालय को एक अग्रणी संस्थान के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो महत्वाकांक्षी एथलीटों और शिक्षकों के लिए अभिनव कार्यक्रम पेश करता है.’’
इस मान्यता के साथ, बिहार खेल विश्वविद्यालय खेल और शारीरिक शिक्षा के विकास में योगदान देने, प्रशिक्षित पेशेवरों की आवश्यकता को पूरा करने और राज्य भर में युवा प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए तैयार है.