बिलासपुर/रायपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल माध्यम से मंगलवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (सिम्स) का उद्घाटन किया और रायपुर में केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (सीआरआइवाईएन) की आधारशिला रखी.
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (सिम्स) बिलासपुर की यह नवनिर्मित सुपर स्पेशियलिटी इकाई 200 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई है तथा इसमें 240 बिस्तरों की सुविधा है.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि उनकी सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार समेत विकास के सभी आयामों पर पूरी संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ‘मोदी की गारंटी’ (चुनावी वादे) के तहत सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है.
साय ने कहा कि बिलासपुर स्थित मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और इससे न केवल बिलासपुर के आसपास के ग्रामीणों को बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी, बल्कि उत्तरी छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग के मरीज भी इससे लाभान्वित होंगे.
अधिकारियों ने बताया कि 11 मंजिला यह अस्पताल बिलासपुर का सबसे ऊंचा भवन है जिसमें सीटी स्कैन, एमआरआई, डिजिटल एक्स-रे जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘240 बिस्तर वाले इस अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) के 70 बिस्तर रहेंगे. इस अस्पताल में आठ ‘मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर’ का भी निर्माण किया गया है. फिलहाल इस अस्पताल में न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, सांस संबंधी रोग और जनरल मेडिसिन सहित चार बाह्य रोगी विभाग प्रारंभ किया जा रहे हैं. ब्लड बैंक और पैथोलॉजी प्रयोगशाला की भी सुविधा मिलेंगी.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर रायपुर में बनने वाले केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान का शिलान्यास भी किया, जिसमें 100 बिस्तरों की सुविधा होगी.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि केंद्रीय योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान रायपुर को केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद (सीसीआरवायएन) के तहत स्थापित किया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि 90 करोड़ रुपये की लागत से इस संस्थान का निर्माण 24 माह में पूरा होगा.
मंत्री ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने इस संस्थान के लिए 10 एकड़ की भूमि विभाग को उपलब्ध करा दी है. यह छत्तीसगढ़ का पहला योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र सह अस्पताल होगा जो गैर संचारी रोगों के उपचार की सुविधा प्रदान करेगा.’’