नई दिल्ली: अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के नेता नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने उनको पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.
समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रोड और ट्रांसपोर्ट मंत्री नितिन गडकरी भी नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहे साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेतृत्व के अलावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के अन्य दलों के नेता भी शामिल रहे.
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत की.
शपथ ग्रहण समारोह के लिए भाजपा द्वारा आज का दिन चुना जाना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन वाल्मीकि जयंती है. ऋषि वाल्मीकि हिंदू महाकाव्य रामायण के रचयिता हैं और दलितों के बीच विशेष रूप से पूजनीय हैं.
नायब सिंह सैनी का शपथ ग्रहण समारोह पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में हुआ. सैनी को 16 अक्तूबर को हरियाणा के विधायक दल का नेता चुना गया था.
इस दौरान सैनी के मंत्रिमंडल के सदस्यों में पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
हरियाणा में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 14 मंत्री हो सकते हैं.
समारोह से कुछ घंटे पहले सैनी वाल्मीकि भवन गए और उन्होंने पंचकूला स्थित गुरुद्वारे एवं मनसा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा की नई सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में हरियाणा को तीव्र गति से आगे ले जाने की दिशा में काम करेगी.
सैनी ने विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर कहा कि हरियाणा की जनता ने मोदी सरकार की नीतियों में विश्वास दिखाया है.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र को पूरी तरह लागू किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे 2014 के संकल्प पत्र और 2019 के संकल्प पत्र को देखें, हमने उन्हें पूरी तरह से लागू किया और अब हमारी सरकार इस संकल्प पत्र को भी लागू करेगी.’’
हरियाणा में पांच अक्टूबर को हुए चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीट जीतकर राज्य में ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल हासिल किया। वहीं कांग्रेस ने 37 सीट पर जीत दर्ज की.
सैनी (54) ने बुधवार को दत्तात्रेय से मुलाकात की थी. उन्होंने पंचकूला में पार्टी कार्यालय में आयोजित एक बैठक में सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया.
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