नई दिल्ली: भारी गर्मी में इंसेफेलाइटिस की मार से जूझ रहे बिहार में अब बारिश की से बाढ़ से आफत है. राज्य से जो तस्वीरें आ रही हैं उससे लग रहा है कि इसे एक और विपदा झेलनी पड़ेगी. बाढ़ से पनपती स्थिति के बीच एक वीडियो आया है जो प्रशासन के इस विपदा से निपटने की तैयारी की पोल खोलता है.
प्लास्टिक के ड्रम से बने पॉनटून बोट पर सवार नवविवाहित जोड़ा
एएनआई द्वारा ट्वीट किए गए पचास सेकेंड के वीडियो में एक नवविवाहित जोड़ा प्लास्टिक के ड्रम से बने पॉनटून बोट पर सवार है. ज़िंदगी के नए सफर पर निकला ये जोड़ा राह में मिले बाढ़ के पानी को ऐसी जानलेवा बोट पर बैठकर पार कर रहा है. वीडियो अररिया के फारबीसगंज का है. ऐसे हालात देखने के बाद कोई भी ये सवाल पूछ सकता है कि क्या ‘बिहार की बहार’ ऐसी दिखती है?
#WATCH A bride and a groom cross a flooded street in Forbesganj on a makeshift pontoon boat made out of plastic drums. (13.07.19) pic.twitter.com/QA9U1HzCXi
— ANI (@ANI) July 14, 2019
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खगड़िया के अलावा दरभंगा और मधुबनी समेत राज्य के कम से कम छह ज़िले इसकी चपेट में हैं. सूबे के सीएम नीतीश कुमार के ट्विटर हैंडल से ट्वीट की गई एक तस्वीर में जानकारी दी गई, ‘संभावित बाढ़ की स्थिति पर पटना स्थित 1 अणे मार्ग के ‘संकल्प’ में समीक्षा बैठक करते हुए.’
संभावित बाढ़ की स्थिति पर पटना स्थित 1 अणे मार्ग के ‘संकल्प’ में समीक्षा बैठक करते हुए।https://t.co/qr87P14jom pic.twitter.com/uZ95z0StbM
— Nitish Kumar (@NitishKumar) July 12, 2019
इंसेफेलाइटिस से हुई 150 से अधिक बच्चों के मौत के मामले में भी राज्य सरकार को जागने में काफी समय लग गया था और जब तक इनकी नींद खुली तब तक स्थिति हाथ से निकल चुकी है. ऐसे में इसकी आशंका है कि राज्य को बाढ़ की मार भी बिना प्रशासन के सहयोग के झेलने के लिए तैयार रहना चाहिए.
नेपाल में अब तक 43 की मौत
इसके अलावा नेपाल में अब तक बाढ़ की वजह से 43 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा यहां 24 लोग लापता हैं और 20 घायल हो गए हैं. नेपाल में पड़ी बारिश की मार भी बिहार तक पहुंच गई है. दरअसल, यहां से होकर बिहार को आने वाली कोसी नदी बाढ़ के निशान से ऊपर बह रही है. द गार्डियन के मुताबिक नेपाल के पुलिस अधिकारी ईश्वरी दहल ने कहा कि शनिवार रात को नेपाल-भारत के बॉर्डर से पार स्थित कोसी बराज के पानी निकलने के सभी 56 दरवाज़े खोल दिए गए हैं. छह घंटों तक खोल कर रखे गए इन दरवाजों से 371,000 क्यूसेक जमा पानी को बाहर निकाला गया. इतना पानी पिछले 15 सालों में पहली बार इकट्ठा हुआ है.
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असम और बंगाल में बारिश और बाढ़ का कहर
हालांकि, बिहार अकेला राज्य नहीं है जहां ऐसी स्थिति है. असम से पश्चिम बंगाल तक बारिश का कहर जारी है. भारी बारिश की वजह से असम में ब्रह्मपुत्र नदी राज्य के कई हिस्सों में लगातार ख़तरे के निशान से ऊपर बह रही है. हालांकि, सेंट्रल वॉटर कमिशन के एक अधिकारी सादिकुल हक का कहना है, ‘अभी के लिए गोहाटी ख़तरे से बाहर है.’ भारी बारिश की वजह से काजीरंगा नेशनल पार्क में पानी का स्तर काफी बढ़ गया है.’ हालांकि, 70% तक डूबे इस पार्क के पीआरओ का कहना है कि सरकार ने जानवरों की सुरक्षा से जुड़े तमाम कदम उठाए हैं.
वहीं, राज्य में 150 गांवों के लोगों को अपनी जगह छोड़कर सुरक्षित ठिकानों के लिए पलायन करना पड़ा है. पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग, कूचबिहर और जलपाईगुड़ी जैसे ज़िलों में भी भारी बारिश से हालात बिगड़ते नज़र आ रहे हैं.
वहीं, अमेरिका में इतनी भारी बारिश हुई की बाढ़ का पानी वाइट हाउस के बेसमेंट में घुस गया और वॉशिंगटन में हुई ऐसी भारी बारिश के बाद पनपी बाढ़ जैसी स्थिति की तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो गईं. दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली देश के अन्य राज्यों को भी बाढ़ की मार झेलनी पड़ रही है.
(एएनआई इनपुट्स के साथ)