बेंगलुरूः कर्नाटक में दो कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य में पार्टी की मुश्किलें अब बाहर आने लगी हैं. कर्नाटक में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार को झटका देते हुए बागी विधायक रमेश जरकीहोली सहित दो कांग्रेस विधायकों ने सोमवार को राज्य विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार को भेजे गए कन्नड़ भाषा में हाथ से लिखे पत्र में जरकीहोली ने शिकायत की कि उनकी पार्टी ने पिछले साल मंत्रिमंडल से उन्हें बाहर कर उनकी वरिष्ठता को ‘अनदेखा’ किया.
Congress Legislature Party meeting called by CLP leader Siddaramaiah at his residence in Bengaluru following resignation of Karnataka Congress MLAs Anand Singh and Ramesh Jarkiholi from the Assembly. (file pic) pic.twitter.com/BZaYrxBJrF
— ANI (@ANI) July 1, 2019
वहीं दो विधायकों के इस्तीफे को लेकर कांग्रेस नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने बेंगलुरू आवास पर एक बैठक बुलाई है.
Karnataka Congress MLA Ramesh Jarkiholi resigns from state assembly membership; submits his resignation to the Speaker. (File pic) pic.twitter.com/BplKtiyCKd
— ANI (@ANI) July 1, 2019
उन्होंने कहा, ‘मैंने गोकक विधानसभा सीट से पार्टी और गठबंधन की सरकार द्वारा नजरअंदाज किए जाने के बाद इस्तीफा दे दिया है.’
Karnataka: Congress' Anand Singh submitted his resignation to the Governor from his assembly membership today. pic.twitter.com/UdHr6JOckz
— ANI (@ANI) July 1, 2019
इससे कुछ देर पहले ही, राज्य सरकार द्वारा 3,667 एकड़ भूमि को जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड को बेचने के फैसले से नाराज चल रहे कर्नाटक कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह ने सोमवार को राज्य के उत्तर पश्चिमी बेल्लारी जिले में विजयनगर विधानसभा सीट से अपना इस्तीफा दे दिया था.
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘मैं गठबंधन सरकार द्वारा जिंदल स्टील कंपनी को जमीन बेचने के फैसले से नाखुश हूं. इसलिए मैंने अपना त्यागपत्र राज्य विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार के आवास पर जाकर उन्हें सौंप दिया है.’
सिंह और जारखोली के इस्तीफे के साथ, राज्य विधानसभा में कांग्रेस की ताकत 76 हो गई है. जेडीएस के 37 विधायक हैं, जबकि दो निर्दलीय विधायक भी राज्य में कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार के समर्थन में हैं. विधानसभा में भाजपा की 105 सीटें हैं.
कांग्रेस ने भंग की है राज्य ईकाई
वहीं इससे पहले विधायक आर. रोशन बेग को बर्खास्त करने के एक दिन बाद कांग्रेस आलाकमान ने कनार्टक कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया था. हलांकि पार्टी ने राज्य इकाई के प्रमुख दिलीप गुंडू राव और कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वर खांडरे को नहीं हटाया था. यह कदम पार्टी ने बेंगलुरू के वरिष्ठ विधायक रोशन बेग को ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’ के लिए निलंबित करने के एक दिन बाद उठाया था. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने उनकी गतिविधियों की जांच के बाद कर्नाटक इकाई की सिफारिश पर बेग के निलंबन को मंजूरी दी थी.
राज्य में कांग्रेस-जेडीएस ने मिलकर बनाई है सरकार
वहीं राज्य में विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद जेएडीएस के नेतृत्व में सरकार की सहयोगी है. कांग्रेस ने 78 सीटें तो जेडीएस ने 37 सीटें हासिल की है. जबकि भाजपा 105 सीटों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बहुमत न होने से सरकार बनाने में नाकाम रही है. कांग्रेस और जेडीएस ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था लेकिन भाजपा को रोकने के लिए दोनों साथ आई हैं.