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Tuesday, 5 November, 2024
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प्रियंका का मिशन यूपी जुलाई से पकड़ेगा स्पीड, पार्टी के ‘विभीषणों’ को दूर करने की तैयारी

2022 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रियंका गांधी हार से सबक लेते हुए मिशन यूपी पर जुट गई हैं. वह पिछले एक महीने में लगभग एक हजार लोगों से मिलीं हैं, जिनसे यूपी में दुरुस्त करने के सुझाव लिए हैं.

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लखनऊ: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का यूपी में प्रदर्शन बेहद खराब रहा. उसे अपने गढ़ अमेठी में भी हार का सामना करना पड़ा. ऐसे में सवाल संगठन के हर बड़े नेता पर उठे और बदलाव की आवाज़ तेज हो गई. इसी को ध्यान में रखते कांग्रेस में बड़े स्तर पर बदलाव की शुरुआत हो गई है. 2022 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रियंका गांधी हार से सबक लेते हुए मिशन यूपी पर जुट गई हैं. वह पिछले एक महीने में लगभग एक हजार लोगों से मिलीं हैं, जिनसे यूपी में दुरुस्त करने के सुझाव लिए हैं. इसमें पार्टी नेता, कार्यकर्ता, किसान, व्यापारी, महिला, छात्र, प्रोफ़ेसर, डॉक्टर भी शामिल रहे.

जुलाई मध्य से यूपी के दौरे करने का प्लान

कांग्रेस से जुड़े सूत्रों की मानें तो प्रियंका गांधी जुलाई से यूपी दौरे पर निकलेंगी. इससे पहले वह संगठन में अहम फेरबदल में जुटी हैं. प्रदेश की सभी जिला कमेटियों को भंग कर पार्टी के अंदरूनी हालात को दुरुस्त करने और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है. सूबे में कांग्रेस संगठन पर सालों से काबिज बुजुर्ग नेताओं की जगह अब प्रियंका गांधी 50 फीसदी ऊर्जावान युवा ब्रिगेड की भागीदारी चाहती हैं. इसी कड़ी में विधायक अजय लल्लू को पूर्वी यूपी का संगठन खड़ा करने की अहम जिम्मेदारी दी गई है. अजय लल्लू ने इस पर काम करना शुरू कर दिया है.


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हर जिले से लिया जा रहा फीडबैक

प्रियंका गांधी के निर्देश से पिछले एक महीने से चार विशेष टीमें हर जिले का दौरा कर रही हैं. इस टीम में कांग्रेस सचिव और कुछ संगठन की समझ रखने वाले पार्टी नेताओं को शामिल किया गया है. कांग्रेस की इन टीमों ने सूबे के जिलों का दौरा करना शुरू कर दिया है. हर टीम को एक जिले में कम से कम दो दिन रहकर सांगठन की समीक्षा करनी है. साथ ही साथ टीम जिले के पुराने और नए कांग्रेसियों से मुलाकात कर नए जिलाध्यक्षों की तलाश करेगी. यही नहीं कांग्रेस के बड़े नेताओं की गिरफ्त में फंसी जिला कमेटियों को मुक्त कराने की बात भी कही गई है. दूसरे दलों से कांग्रेस में आए नेताओं को भी तवज्जो देने की बात कही गई है. इनमें राकेश सचान समेत उन नेताओं को ज्यादा महत्व देने की रणनीति बनाई गई है, जो मजबूत जनाधार वाले नेता माने जाते हैं.

महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी

प्रियंका गांधी की नई रणनीति में महिलाओं की अहम भूमिका होगी. प्रियंका चाहती हैं कि पार्टी में महिलाओं की 33 फीसदी भागीदारी हो और दलितों व ओबीसी को भी ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जाए. इसके अलावा उन्होंने जिला संगठन में 50 फीसदी से ज्यादा 40 साल से कम उम्र के युवा नेताओं को शामिल करने का निर्देश दिया है. साथ ही नए सामाजिक शक्तियों, समाजिक कार्यकर्ताओं, किसान नेताओं, युवा आंदोलनकर्मियों को जिला संगठन के नेतृत्व से जोड़ने का भी प्लान बनाया है.


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ई-मेल पर कर सकते हैं ‘विभीषण’ की शिकायत

यूपी संगठन में फेरबदल की प्लानिंग के बीच प्रियंका गांधी अब यूपी में कांग्रेस के घर के भेदियों को भी ढूंढ रही हैं. जानकारी के मुताबिक यूपी कांग्रेस में उन लोगों की पहचान की जा रही है. जिन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी में रहते हुए पार्टी के ख़िलाफ़ काम किया. ऐसे ‘घर के विभीषण’ नेताओं की लिस्ट बनाने का काम शुरू हो गया है. प्रियंका गांधी ने इसके लिए पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अनुग्रह नारायण सिंह की अध्यक्षता में तीन सदस्य एक कमेटी बनाई है. इस कमेटी ने लखनऊ में बैठक कर पार्टी के लोगों से भीतरघात करने वालों के नाम मांगे हैं. upcclko@hotmail.com पर कांग्रेस के कोई भी नेता और कार्यकर्ता ऐसे लोगों के बारे में लिख कर बता सकते हैं. इसके लिए 5 जुलाई की डेडलाइन दी गई है.

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