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Sunday, 17 November, 2024
होमदेश‘10 मिनट के भीतर’ भर गया पूरा बेसमेंट, ओल्ड राजिंदर नगर के कोचिंग सेंटर में कैसे डूब गए तीन छात्र

‘10 मिनट के भीतर’ भर गया पूरा बेसमेंट, ओल्ड राजिंदर नगर के कोचिंग सेंटर में कैसे डूब गए तीन छात्र

एक अभ्यर्थी ने कहा कि खराब जल निकासी व्यवस्था और लापरवाही ने उन छात्रों की जान ले ली. ओल्ड राजिंदर नगर में राऊ'ज़ आईएएस स्टडी सर्किल ने मौतों पर अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है.

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नई दिल्ली: ओल्ड राजिंदर नगर में यूपीएससी कोचिंग सेंटर का वह बेसमेंट, जहां शनिवार शाम तीन अभ्यर्थी डूब गए थे, उसमें सिर्फ “10 मिनट के भीतर” पानी भर गया था. इस बात की जानकारी एक अभ्यर्थी ने दी जो कि बच निकलने में सफल रहा.

शुरुआती जानकारी से पता चलता है कि पानी भरना शुरू हुआ तो अभ्यर्थी लाइब्रेरी में थे, जो कि ओल्ड राजिंदर नगर के राऊ’ज़ आईएएस स्टडी सर्किल वाली चार मंजिला इमारत के बेसमेंट में स्थित है.

इस अभ्यर्थी ने बताया, “10 मिनट के भीतर, बेसमेंट में पानी भर गया. शाम के 6:40 बज रहे थे, हमने पुलिस और एनडीआरएफ को बुलाया, लेकिन वे रात 9 बजे के बाद पहुंचे, तब तक मेरे तीन सहकर्मी मर चुके थे,”

दिप्रिंट ने ईमेल के ज़रिए टिप्पणी के लिए राऊ’ज़ आईएएस स्टडी सर्किल से संपर्क किया, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. जवाब मिलने पर इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा.

मृतकों की पहचान तेलंगाना की तानिया सोनी (25), उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव (25) और केरल के नवीन डेल्विन (28) के रूप में हुई .

रविवार को दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक को हिरासत में लिया.

भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (1) (लापरवाही से मौत), 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 290 (इमारतों को गिराने, मरम्मत करने या निर्माण करने आदि के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण) के तहत भी एक प्राथमिकी दर्ज की गई.

Students protesting outside Rau’s IAS Study Circle in Old Rajinder Nagar, Sunday | Suraj Singh Bisht | ThePrint
रविवार को ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ’ज़ आईएएस स्टडी सर्किल के बाहर प्रदर्शन करते छात्र | सूरज सिंह बिष्ट | दिप्रिंट

रविवार को करोल बाग में विरोध प्रदर्शन में शामिल यूपीएससी के उम्मीदवार सुमित यादव ने कहा, “ये कोई आम लोग नहीं हैं, ये वो लोग हैं जो एक दिन देश का निर्माण करेंगे और उनकी ज़िंदगी मायने नहीं रखती?”

प्रदर्शन में शामिल एक अन्य उम्मीदवार ने कहा, “हम तभी हटेंगे जब एमसीडी कमिश्नर हमसे मिलने आएंगे.”

26 वर्षीय यूपीएससी की उम्मीदवार लुंबिनी ने कहा कि “90 प्रतिशत लाइब्रेरी (ओल्ड राजिंदर नगर में यूपीएससी कोचिंग सेंटर की) बेसमेंट में हैं.”

उन्होंने कहा, “कोई भी नियमों का पालन नहीं कर रहा है. पिछले साल ओल्ड राजिंदर नगर में एक लाइब्रेरी में आग लगने की घटना हुई थी. यह तब की बात है जब पुलिस ने कुछ लाइब्रेरी का निरीक्षण किया और उन्हें नियमों का पालन करने के लिए कहा. लेकिन पैसे लेकर मामला सुलझा लिया गया,”

दिप्रिंट से बात करने वाले उम्मीदवारों ने यह भी सुझाव दिया कि ओल्ड राजिंदर नगर में राऊ’ज़ आईएएस स्टडी सर्किल में लाइब्रेरी का दरवाज़ा बायोमेट्रिक्स-ऑपरेटेड था, और मैनेजमेंट के किसी व्यक्ति ने बाढ़ शुरू होने पर इमारत की बिजली काट दी होगी.

लुम्बिनी ने कहा, “खराब जल निकासी व्यवस्था और लापरवाही ने उन छात्रों की जान ले ली. कोचिंग सेंटर से लेकर दलाल और मकान मालिक तक, हर कोई हमारा शोषण करता है. कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और सरकार को यहां पढ़ने वाले छात्रों की स्थिति देखनी चाहिए,”

उन्होंने कहा, “कोई भी दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करता है. नियमों के अनुसार, लाइब्रेरी में कम से कम दो दरवाज़े होने चाहिए, लेकिन राऊ’ज़ इमारत में केवल एक ही दरवाज़ा था.”

    • Students protesting near Karol Bagh metro station, Sunday | Nootan Sharma | ThePrintरविवार को करोल बाग मेट्रो स्टेशन के पास प्रदर्शन करते छात्र | नूतन शर्मा | दिप्रिंट

हालांकि, ओल्ड राजिंदर नगर में राऊ’ज़ आईएएस स्टडी सर्किल के सूत्रों ने कहा कि मैनेजमेंट स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश कर रहा है.

राऊ’ज़ आईएएस स्टडी सर्किल के एक सूत्र ने कहा, “यह घटना बहुत दुखद है. मेरा मानना ​​है कि प्रबंधन इसे बहुत गंभीरता से ले रहा है और इस स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहा है. जहां तक मुझे पता है, मुझे नहीं लगता कि लाइब्रेरी में बायोमेट्रिक एंट्री (दरवाजा) थी और हमें ऐसी स्थिति में किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं करना चाहिए, बल्कि आधिकारिक बयान आने का इंतज़ार करना चाहिए,”

रविवार को, सैकड़ों यूपीएससी उम्मीदवार ओल्ड राजिंदर नगर में कोचिंग सेंटर के सामने साथी उम्मीदवारों की मौत का विरोध करने के लिए एकत्र हुए.

पिछले सोमवार को, दिल्ली के पटेल नगर इलाके में एक यूपीएससी उम्मीदवार की कथित तौर पर बिजली का करंट लगने से मौत हो गई थी. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया था और इस संबंध में दिल्ली सरकार से रिपोर्ट मांगी थी.

पिछले साल जून में, दिल्ली के मुखर्जी नगर में एक कोचिंग सेंटर में आग लगने की घटना के बाद दर्जनों उम्मीदवार मौत से बच गए थे.

इस घटना के बाद शिक्षा मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई की और कोचिंग सेंटरों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए, जिसमें पर्याप्त बुनियादी ढांचे, अग्नि सुरक्षा मानकों का अनुपालन और उम्मीदवारों के मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए प्रशिक्षित परामर्शदाताओं की मौजूदगी को अनिवार्य बनाया गया.

यह रिपोर्ट का अपडेटेड संस्करण है.

(इस खबर को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)

 

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