जेपी नड्डा की भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति- एक ऐसा पद जो पार्टी के संविधान में नहीं है- दिखाता है कि वो केवल नाम के लिए अध्यक्ष होंगे और सारे निर्णय अमित शाह लेंगे. जैसे-जैसे भाजपा सत्ता का दल बनता जा रहा है, लगता है वो कांग्रेस की राह पकड़ने लगा है.
मुजफ्फरपुर ने दिखा दिया है कि नीतीश ने शासन छोड़ दिया है. वो राजनीति करने में बहुत व्यस्त है.
125 से ज्यादा बच्चे इंसेफेलाइटिस से मारे गए हैं. बिहार के लिए भी, इस समय और काल में 125 + बहुत बड़ी संख्या है. बिहार खबरों में गलत कारणों से सुर्खियों में अब नहीं रहता क्योंकि नीतीश कुमार शासन व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे थे. मुज़फ्फरपुर ने दिखा दिया है कि यहां वे चूक गए, क्योंकि वे राजनीतिक दांव पेंच खेलने में व्यस्त रहे.