दिप्रिंट के संपादकों द्वारा चुने गये दिन के सबसे अच्छे कॉर्टून
हेमंत मोरपारिया । ट्विटरहेमंत मोरपारिया सुझाव देते हैं कि गोपाल कृष्णा गोखले की टिप्पणी ‘जो बंगाल आज सोचता है वो भारत कल सोचता है’ बंगाल के आज के दौर की राजनीति को देखकर यही लगता है कि यह बिलकुल विपरीत है.
सतीश आचार्य पाकिस्तानी चैनल पर चल रहे अभिनंदन के विज्ञापन पर तंज करते हैं. इसमें भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्तमान का मज़ाक उड़ाया गया है. विज्ञापन में एक व्यक्ति को वर्तमान के जैसा दर्शाया गया है. जिसने भारतीय क्रिकेट टीम की जेर्सी पहन रखी है. यह वीडियो पाकिस्तानी सेना द्वारा रिलीज़ किये गए वीडियो के जैसा है जिसको बालाकोट स्ट्राइक के बाद बनाया गया है.
नाला पोनप्पा बेंगलुरु में लुप्त हो रही झीलों पर तंज करते हैं. बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी) ने पिछले हफ्ते कर्नाटक उच्च न्यायालय को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें कहा गया था कि बीबीएमपी के कब्जे में 168 झीलें थीं, जिनमें से 17 झीलें अपनी विशेषताएं खो चुकी हैं.
आर प्रसाद ने द न्यूयॉर्क टाइम्स में अपने अंतर्राष्ट्रीय संस्करण में दैनिक राजनीतिक कार्टून चलाने पर रोक लगाने का निर्णय पर तंज करते हैं.
साजिथ कुमार ने पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यन द्वारा की गई टिप्पणियों को दर्शाया है. सुब्रमण्यन ने कहा कि 2011-12 से 2016-17 की अवधि में भारत की जीडीपी वृद्धि को ज्यादा करके आंका गया है.
मंजुल यूपी के सीएम योगी अदित्यनाथ पर पत्रकार प्रशांत कनौजिया ने विवादास्पद ट्वीट को लेकर तंज कसते हैं. वह इसको लेकर दर्शाते हैं कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे राइट टू लिबर्टी, एक मौलिक अधिकार कहा है और नॉन- नेगोशिएबल बताया है. शीर्ष अदालत ने यूपी सरकार से यह भी पूछा कि कनौजिया को क्यों और किन प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया था.
आलोक निरंतर भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर कटाक्ष करते हैं.
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