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Tuesday, 5 November, 2024
होमदेश‘यह क्षण 500 साल के संघर्ष के बाद आया है’, उत्तराखंड में CM आवास पर हुआ सुंदरकांड का पाठ

‘यह क्षण 500 साल के संघर्ष के बाद आया है’, उत्तराखंड में CM आवास पर हुआ सुंदरकांड का पाठ

धामी ने बताया कि उत्तराखंड के श्रद्धालुओं की खातिर अयोध्या में मंदिर के पास उत्तराखंड सदन का निर्माण कराया जाएगाा. इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन एकड़ जमीन आवंटित की है.

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नई दिल्ली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के आवास पर अयोध्या के मंदिर में रविवार को राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने से पहले राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह और पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में सुंदरकांड के पाठ के आयोजन के साथ राम संध्या आयोजित की गई.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने तीन घंटे तक सुंदरकांड का पाठ और रामभजन किए. भजन गायिका स्वाति मिश्रा और विवेक नौटियाल की टीम द्वारा प्रस्तुत किए गए सुन्दरकांड के सस्वर पाठ के भजनों से पूरा वातावरण राममय हो गया.

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने खुद भी पूरे परिवार के साथ सुन्दरकांड का पाठ किया और भगवान राम की आरती कर आशीर्वाद प्राप्त करने के साथ प्रदेश की खुशहाली एवं प्रदेशवासियों के मंगलमय जीवन की कामना की.

मुख्यमंत्री ने भजन गायिका स्वाति मिश्रा को सम्मानित करते हुए भगवान राम के प्रति उनकी आस्था से परिपूर्ण गायिकी की भी प्रशंसा की. स्वाति मिश्रा के भजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा किया था.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 22 जनवरी को रामलला अयोध्या में विराजमान होने जा रहे हैं और यह ऐसा अवसर है, जिसके लिए हमने वर्षों इंतज़ार किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 140 करोड़ देशवासियों को रामोत्सव मनाने का सुअवसर प्रदान किया है.

उन्होंने सभी प्रदेशवासियों से 22 जनवरी को दीप जलाकर भगवान राम का स्मरण कर दीपोत्सव मनाने की भी अपेक्षा की.

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, उत्तराखंड के मंत्री, विधायक, आमजन भी सुंदरकांड और रामभजन में शामिल हुए. कार्यक्रम का संचालन महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी द्वारा किया गया.

इसके अलावा मुख्यमंत्री धामी ने शनिवार को कहा कि अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह एक ऐसा क्षण होगा जो 500 साल के लंबे संघर्ष के बाद आया है जिसमें अनेक बलिदान दिए गए.

यहां परेड ग्राउंड में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव समिति द्वारा आयोजित ‘रामराज्य शोभा यात्रा’ को संबोधित करते हुए धामी ने कहा, ‘‘यह ऐसा क्षण है जो 500 साल के संघर्ष के बाद आया है और इस संघर्ष में अनेक बलिदान दिए गए. हम धन्य हैं कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के सपने को साकार होते हुए देख रहे हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हज़ारों संतों, रामभक्तों और सनातनियों के बलिदान के बाद हम इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनेंगे.’’

मुख्यमंत्री ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी श्रेय दिया. धामी ने कहा कि भगवान श्रीराम का देवभूमि से विशेष संबंध है, क्योंकि जिस सरयू नदी के तट पर अयोध्या धाम स्थित है, उसका उद्गम उत्तराखंड में ही है. उन्होंने कहा कि उनका पूरा मंत्रिमंडल प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अयोध्या स्थित राम मंदिर जाएगा.

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इस पर्वतीय राज्य के श्रद्धालुओं की खातिर अयोध्या में मंदिर के पास उत्तराखंड सदन का निर्माण कराया जाएगाा. उन्होंने कहा कि इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने तीन एकड़ जमीन आवंटित की है.


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