लखनऊ: 80 लोकसभा सीट वाले उत्तरप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर परचम फहराने को तैयार है. दोपहर 1.00 बजे तक आए रुझानों में भाजपा- 50 सीटों पर, सपा-बसपा की महागठबंधन 29 सीटों पर और कांग्रेस महज एक सीट पर आगे चल रही है. यानी कांग्रेस एकबार फिर यहां बुरी तरह पिछड़ती हुई नजर आ रही है.यानी प्रियंका गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और राहुल गांधी का जादू एक बार फिर यूपी में नहीं चल सका है.
80 लोकसभा सीट वाले उत्तरप्रदेश में 2014 में बीजेपी ने एकतरफा जीत हासिल की थी. बीजेपी को 71 सीटें मिली थीं और उसकी सहयोगी अपना दल को 2 सीटें मिली थीं. कुल 73 सीटें एनडीए ने जीती थीं. हालांकि इस बार ऐसा नहीं हुआ लेकिन बीजेपी ने महागठबंधन को झटका देते हुए काफी सीटें हासिल कर ली हैं.
2014 में एनडीए-73, वहीं समाजवादी पार्टी को सिर्फ 5, कांग्रेस को 2, बीएसपी और आरएलडी का खाता ही नहीं खुला था. सीपीआई और सीपीआई(एम) को भी एक भी सीट नहीं मिली थी.
लहर नहीं लेकिन मोदी फैक्टर बरकरार
इस बार 2014 की तरह बीजेपी के पक्ष में पिछले चुनाव जैसी लहर तो नहीं थी लेकिन मोदी के खिलाफ लोगों में कोई खास नाराज़गी भी नहीं. कई सीटों पर जनता मौजूदा बीजेपी सांसद से नाराज़ है लेकिन मोदी के नाम पर बीजेपी को वहां वोट मिल रहा है. यूपी की राजनीति के जानकार इसे मोदी फैक्टर बनाम जातिगत समीकरण की लड़ाई बता रहे थे.
उम्मीदवार नहीं मोदी पर फोकस
चुनावी कवरेज के दौरान हमने देखा कि अधिकतर सीटों पर जनता बीजेपी उम्मीदवार से ज्यादा मोदी फैक्टर को ध्यान में रखते हुए वोट कर रही है. केवल शहरी सीटों पर ही नहीं बल्कि गांव-गांव में मोदी फैक्टर का असर दिखा. इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्जवला योजना समेत तमाम सरकारी योजनाओं का भी जमकर प्रचार हुआ जिसका असर ग्रामीण क्षेत्रों में दिखा.
मोदी, शाह , योगी ने जमकर बहाया पसीना
यूपी में बीजेपी को धार देने के लिए पीएम मोदी, बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व यूपी के सीएम योगी ने जमकर पसीना बहाया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी में 29 और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने 28 चुनावी रैलियां कीं. पीएम मोदी ने पूरे देश में जो चार रोड शो किए, उनमें एक रोड शो भी यूपी में हुआ. योगी ने सबसे अधिक 137 रैलियां कीं और उनके ज़रिए बीजेपी को धार देने की पूरी कोशिश की गई.यूपी में सीएम के साथ दोनों डिप्टी सीएम भी चुनाव प्रचार में पीछे नहीं रहे. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने यूपी में 110 चुनावी रैलियों और जनसभाओं को संबोधित किया. दूसरे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने यूपी में 64 चुनावी रैलियों के साथ दूसरे राज्यों में 19 रैलियां कीं.