नई दिल्ली: दिप्रिंट को मिली जानकारी के अनुसार भारत अगले साल गणतंत्र दिवस के आसपास क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर सकता है, लेकिन अभी तक इसके लिए कोई तारीख तय नहीं हुई है क्योंकि सब कुछ ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस की उपलब्धता पर निर्भर करता है.
क्वाड के चार राष्ट्र ऑस्ट्रेलिया, भारत, जापान और अमेरिका हैं.
सरकारी सूत्रों ने दिप्रिंट को बताया कि 26 जनवरी को भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बनने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा को निमंत्रण भेजा गया है. सूत्रों ने कहा कि ऐसे निमंत्रणों की पुष्टि आम तौर पर आयोजन से ठीक एक महीने पहले आती है, और कहा गया है कि निमंत्रण प्रारंभिक चर्चा के बाद भेजे जाते हैं.
अगर बाइडन निमंत्रण स्वीकार करते हैं, तो वह 2015 में बराक ओबामा के बाद इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनने वाले दूसरे अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे. पिछले महीने G20 शिखर सम्मेलन के बाद यह बाइडन की भारत की दूसरी यात्रा होगी.
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे 2014 में भारत के गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बनने वाले अपने देश के पहले प्रधानमंत्री थे. उन्हें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार द्वारा आमंत्रित किया गया था.
गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथियों को सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद चुना जाता है और यह निमंत्रण रणनीतिक हितों के अलावा भारत के करीबी दोस्तों और भागीदारों को भी दर्शाता है.
जानकारी के अनुसार क्वाड बैठक के लिए 25 जनवरी या 27 जनवरी, 2024 की तारीखों पर विचार किया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि सभी क्वाड नेताओं को गणतंत्र दिवस के अतिथि के रूप में आमंत्रित करना संभव नहीं था क्योंकि ऑस्ट्रेलिया 26 जनवरी को अपना राष्ट्रीय दिवस भी मनाता है.
एक सूत्र ने कहा, “ऑस्ट्रेलियाई प्रधान मंत्री को अपने राष्ट्रीय दिवस में भाग लेना है और इसलिए उन्हें अन्य लोगों के साथ (भारत के) गणतंत्र दिवस के लिए मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित नहीं किया जा सकता है. अंतिम क्वाड (शिखर सम्मेलन) की तारीख पीएम एंथनी अल्बनीस की उपलब्धता पर निर्भर करेगी.”
बुधवार को वाशिंगटन में बाइडन और अल्बनीस की मुलाकात के बाद अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में भारत में होने वाली क्वाड बैठक का उल्लेख किया गया था. इसमें लिखा गया कि, “संयुक्त राज्य अमेरिका हिरोशिमा में 2023 क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाले ऑस्ट्रेलिया की सफलता की सराहना करता है और हम भारत में आयोजित होने वाले अगले क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन की प्रतीक्षा कर रहे हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले घोषणा की थी कि भारत 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा.
क्वाड एक महत्वपूर्ण समूह है जो 2017 में अस्तित्व में आया. इसमें चार देश – भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं, और कई बार इस बात पर जोर दिया गया कि यह एक सैन्य समूह नहीं है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जुलाई में कहा था कि वह क्वाड के भविष्य को लेकर बहुत आशावादी हैं और (समूह का) काम करने का नया तरीका अधिक लचीला और खुले विचारों वाला है.
रूस और चीन दोनों ही क्वाड के आलोचक रहे हैं और इसे बीजिंग पर निर्देशित एक समूह के रूप में देखते हैं.
रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने इस अप्रैल में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक के लिए नई दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान, चीन के पीछे से अमेरिका और क्वाड जैसे बहुपक्षीय समूहों पर हमला किया था.
(संपादन: अलमिना खातून)
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