नई दिल्लीः चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में भाजपा और टीएमसी के बीच छिड़ी जंग और हिंसा के हालात के मद्देनजर अभूतपूर्व और कड़ा फैसला लिया है. आयोग ने आखिरी चरण की बंगाल की 9 सीटों के लिए होने वाले चुनाव प्रचार पर गुरुवार रात 10 बजे के बाद से ही रोक लगा दी है. आखिरी चरण की इन 9 सीटों में- दम दम, बरासत, बसिरहट, जयनगर, मथुरापुर, जादवपुर, डायमंड हार्बर, दक्षिणी और उत्तरी कोलकाता हैं. यहां 19 मई को आखिरी चरण के तहत मतदान होना है.
Election Commission: No election campaigning to be held in 9 parliamentary constituencies of West Bengal – Dum Dum, Barasat, Basirhat, Jaynagar, Mathurapur, Jadavpur, Diamond Harbour, South and North Kolkata from 10 pm tomorrow till the conclusion of polls. pic.twitter.com/cTpKS6jFwp
— ANI (@ANI) May 15, 2019
साथ ही दो अधिकारियों एडीजी (सीआईडी) राजीव कुमार और प्रधान गृह सचिव अत्री भट्टाचार्य को हटा दिया गया है. राजीव कुमार को गृह मंत्रालय दिल्ली में तैनात किया गया है. वह गुरुवार 10 बजे मंत्रालय को रिपोर्ट करेंगे. इन पर चुनाव प्रक्रिया में दखल देने का आरोप था. मुख्य सचिव अब गृह विभाग का काम देखेंगे.
यह कार्रवाई धारा-324 के तहत की गई है. चुनाव आयोग ने कहा है कि शायद यह पहला मौका है जब आयोग ने धारा 324 का इस्तेमाल किया है.
आयोग ने पश्चिम बंगाल के गृह सचिव सहित कई अधिकारियों के ट्रांसफर भी किए हैं. का भी काम देखेंगे. सीआईडी के एडीजी को गृह मंत्रालय भेज दिया गया है.
Election Commission: Chief Secretary will look after Home Department. #WestBengal https://t.co/2uKalZpa5f
— ANI (@ANI) May 15, 2019
वहीं राज्य की मुख्यमंत्री ममत बनर्जी ने चुनाव आयोग के फैसले को अभूतपूर्व बताते हुए उस पर बीजेपी के अधीन काम करने का आरोप लगाया है. सीएम ने कहा कि मंगलावर को हिंसा अमित शाह की वजह से हुई है, आयोग ने उन्हें कारण बताओ नोटिस क्यों नहीं भेजा?
West Bengal CM, Mamata Banerjee: Election Commission is running under the BJP. This is an unprecedented decision. Yesterday's violence was because of Amit Shah. Why has EC not issued a show-cause notice to him or sacked him? pic.twitter.com/1RKeviP4aR
— ANI (@ANI) May 15, 2019
चुनाव आयोग के जारी निर्देश के अनुसार यहां लगातार हिंसा और झड़प की जानकारी मिल रही थी जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है.
आयोग ने कहा है कि पिछले 24 घंटे में अलग-अलग पार्टियों के प्रतिनिधियों ने कनून व्यवस्था को लेकर शिकायत की थी. जहां चुनाव प्रचार से नफरत हिंसा का माहौल बना रहा था. इसे देखते हुए यह कदम उठाया गया है. सर्वेक्षण के दौरान लोगों में भी यहां चुनाव को लेकर डर देखा गया. लिहाजा मतदाताओं और चुनाव में लगे अधिकारियों में किसी तरह का भय न रहने के लिए यह कदम उठाया गया है.
गौरतलब है कि मंगलवार रात को कोलकाता में अमित शाह के रोड शो मे हिंसा हुई थी. जिसको लेकर बुधवार को भाजपा और टीएमसी के बीच दिनभर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा और इस पर जमकर राजनीति हुई. दोनों दलों ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. भाजपा ने दिल्ली में प्रदर्शन किये थे. उधर बंगाल में टीएमसी सहित अन्य पार्टियों ने भी कालेज परिसर में ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूर्ति तोड़े जाने पर प्रदर्शन किया था.