नई दिल्ली: इज़रायल-हमास युद्ध के बीच सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए इज़रायल ने शनिवार को अपने नागरिकों के लिए मुस्लिम देशों की यात्रा न करने की सलाह दी है. इसके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से एक अलर्ट जारी किया गया है.
इज़रायल के प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया है, “जिन मुस्लिम देशों के लिए यात्रा अलर्ट जारी किए गए हैं, वहां जाने से बचें. साथ ही मलेशिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया के साथ-साथ मालदीव जैसे बिना यात्रा अलर्ट वाले मुस्लिम देशों की यात्रा करने से भी बचें.”
इसमें कहा गया है कि अगली सूचना तक तुर्किये, मिस्र (और सिनाई), जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मोरक्को सहित किसी भी मध्य पूर्वी या अरब देशों की यात्रा से बचें.
इज़रायल ने कहा कि विदेशों में उसके नागरिक सुरक्षित नहीं हैं और उसने मिस्र, जॉर्डन और मोरक्को जैसे देशों में रहने वाले अपने नागरिकों को अलर्ट रहने के लिए कहा है.
इज़रायल पीएमओ ने एक्स पर एक पोस्ट किया, “प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और विदेश मंत्रालय के संयुक्त बयान में कहा गया है कि विदेश में रहने वाले इज़रायली खतरे में हैं. मिस्र (सिनाई सहित), जॉर्डन और मोरक्को के लिए यात्रा अलर्ट का स्तर बढ़ा दिया गया है.”
इज़रायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने बुधवार को अरब देशों की यात्रा करने वाले नागरिकों के खिलाफ नई चेतावनी जारी की, जिसमें तुर्की को सबसे बड़ा खतरा बताया गया.
तुर्की की यात्रा के विरुद्ध चेतावनी अब स्तर 4 पर है, जो उच्चतम ख़तरे का स्तर है.
इसमें कहा गया, “तुर्की में रह रहे सभी इज़रायलियों को तुरंत छोड़ने के लिए कहा जाता है.”
इस बीच, आज हमास के हमले के बाद पहली बार सहायता के लिए मिस्र और गाजा के बीच की सीमा को खोला गया.
लगभग 3,000 टन राहत सामग्री लेकर 200 से अधिक ट्रक, जो कई दिनों से बार्डर क्रॉसिंग के पास खड़े थे, गाजा की ओर जाने लगे. मिस्र के सरकारी टेलीविजन पर कई ट्रकों को गेट से प्रवेश करते हुए दिखाया गया.
बीते दिनों गाजा पट्टी के एक अस्पताल में विस्फोट के बाद, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे, वेस्ट बैंक, लेबनान और जॉर्डन में विरोध प्रदर्शन और झड़पें शुरू हो गईं थी.
पूरे वेस्ट बैंक में भी विस्फोट के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फिलिस्तीनी बलों ने उन प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़ी. ये लोग फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास को पद छोड़ने के लिए कह रहे थे.
बता दें कि प्रदर्शनकारी गाजा में इज़रायल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनी प्राधिकरण के प्रमुख राष्ट्रपति महमूद अब्बास के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: राफा क्रॉसिंग खुलते ही सहायता लेकर ट्रकों ने गाजा में किया प्रवेश, UN प्रमुख बोले- कहीं अधिक हैं जरूरतें