वाशिंगटन : संयुक्त राज्य अमेरिका ने इज़रायल को अपने समर्थन का आश्वासन दिया है और कहा है कि फिलहाल “सर्वोच्च प्राथमिकता” हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना है.
गुरुवार को एक प्रेसवार्ता में, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका न केवल हमास को हराने के लिए इज़रायल को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है, बल्कि गाज़ा में मानवीय सहायता प्राप्त करने के लिए भी काम करना जारी रखेगा.
उन्होंने कहा, “अमेरिका हमास के आतंकवादी कृत्यों से पीड़ित फ़िलिस्तीनी लोगों की आकांक्षाओं का समर्थन करता है और हमारा मानना है कि गाज़ा में नागरिकों को नुकसान से दूर रखने और उन्हें मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए तंत्र स्थापित करना महत्वपूर्ण है… हम इज़राइल को हमास को हराने के लिए जरूरी सहायता प्रदान करना जारी रखेंगे. हम गाज़ा में मानवीय सहायता प्राप्त करने के लिए काम करना जारी रख रहे हैं…बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने का हमारा काम सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है…”
मिलर ने आगे दोहराया कि संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल की, हमास से अपनी रक्षा करने के उसके अधिकार का पुरजोर समर्थन करता है, और यह समर्थन अटल है, जैसा कि उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की मध्य पूर्व में हाल ही में आठ देशों की यात्रा पर प्रकाश डाला.
गाज़ा को मानवीय सहायता के लिए राफा सीमा पार खोलने पर, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए एक समझौते पर काम कर रहा है कि डिलीवरीज को उचित तरीके से संभाला जा सके.
उन्होंने कहा, “जैसा कि आपने देखा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने कल कहा था कि उन्होंने मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी से बात की, जिन्होंने मानवीय सहायता पहुंचाने की अनुमति देने के लिए राफा को खोलने के लिए प्रतिबद्धता जताई… यदि मानवीय सहायता को अंदर जाने की अनुमति देने के लिए राफा गेट खुला है, तो हम अमेरिकी नागरिक जो गाज़ा में हैं और जो वहां से निकलना चाहते हैं बाहर निकलने की कोशिश करेंगे…”
उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक समझौते पर काम कर रहे हैं कि डिलीवरीज को उचित तरीके से संभाला जा सके. हमें लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि गाज़ा में उन निर्दोष नागरिकों को भोजन, पानी और दवा तक पहुंच मिले, जिन्होंने इस संघर्ष को शुरू नहीं किया…”
मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी ने गाज़ा में मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए लगभग 20 ट्रकों को अनुमति देने के लिए राफा सीमा पार खोलने पर सहमति व्यक्त की है, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कल घोषणा की.
एयरफ़ोर्स वन में सवार, बाइडेन ने संवाददाताओं से कहा कि जब उन्होंने इज़राइल के लिए उड़ान भरी, तो उनका मुख्य लक्ष्य गाज़ा में मानवीय सहायता पहुंचाना और यह सुनिश्चित करना था कि इसे जल्दी से पूरा करने के लिए एक वाहन, एक तंत्र स्थापित हो.
बाइडेन ने जर्मनी के रामस्टीन बेस पर वायु सेना 1 के बोर्ड पर एक प्रेस समूह से कहा कि और इसलिए, मैं आखिरी बार उनसे फोन पर बात की थी – मुझे नहीं पता. हम कुछ समय से ग्राउंड पर हैं. इसलिए हमने अल-सिसी के साथ उड़ान नहीं भरी. मुझे नहीं लगता कि मैं इतने लंबे समय तक वहां था. यह लगभग आधा घंटा था. और दोनों – मेरी टीम यहां मेरे साथ थी. और वह इस बात पर सहमत हुए कि वह गेट खोलने पर काम करेंगे
अमेरिका राष्ट्रपति ने कहा, “जब हमने उड़ान भरी, तो मेरा कई तरह का लक्ष्य था, लेकिन मूलरूप से गाज़ा में मानवीय सहायता प्राप्त करना और अधिक से अधिक अमेरिकियों को बाहर निकालना था जो बाहर निकलना चाहते थे – जितना संभव हो बाहर निकाले जा सकें. और इसलिए, जैसा कि आप जानते हैं, हमें इज़रायलियों से एक प्रतिबद्धता मिली, जिसमें उनके युद्ध मंत्रिमंडल और प्रधानमंत्री का सर्वसम्मत वोट भी शामिल है. और दूसरी बात यह थी कि मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि एक वाहन, एक तंत्र हो, ताकि यह काम जल्दी से हो सके.”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह राफा क्रॉसिंग के बारे में बात कर रहे थे, बाइडेन ने “हां” कहकर जवाब दिया, और कहा, “वे सड़क को पैच करने जा रहे हैं. इन ट्रकों को निकालने के लिए उन्हें गड्ढों को भरना होगा. और ऐसा होने वाला है; उन्हें उम्मीद है कि कल इसमें लगभग 8 घंटे लगेंगे. तो, हो सकता है कि तब तक कुछ भी न हो – आज क्या है? मुझे दिनों का पता नहीं. गुरुवार? बुधवार? शायद शुक्रवार तक.”
व्हाइट हाउस के एक रीडआउट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को अपने मिस्र के समकक्ष अब्देल फतह अल-सिसी से बात की और गाज़ा को मानवीय सहायता देने के लिए चल रहे समन्वय और नागरिक आबादी के फायदे के लिए सहायता देने के तंत्र पर चर्चा की.
दोनों राष्ट्रपतियों ने मानवीय सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र की अपील पर त्वरित और मजबूत वैश्विक प्रतिक्रिया देने में नजदीकी सहयोग करने पर सहमति जताई.
व्हाइट हाउस ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, “वे मध्य पूर्व में स्थिरता बनाए रखने, संघर्ष को बढ़ने से रोकने और क्षेत्र में टिकाऊ, स्थायी शांति के लिए परिस्थितियां बनाने की जरूरत पर सहमत हुए. दोनों नेता संयुक्त राज्य अमेरिका और मिश्र के बीच स्थायी, रणनीतिक साझेदारी के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की.“
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