नई दिल्ली: नई दिल्ली के साकेत इलाके में गुरुवार तड़के एक 23 वर्षीय लड़की पर कथित तौर पर एक व्यक्ति ने चाकू से कई वार किए. कहा जा रहा है कि वह पहले से उस व्यक्ति के साथ रिश्ते में थी. पीड़िता की मां के मुताबिक फिलहाल उसका AIIMS में इलाज चल रहा है.
दिल्ली पुलिस के पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी जिला) चंदन चौधरी के एक बयान में दावा किया गया है कि शुरुआती जांच से पता चला है कि दोनों 2-2.5 साल से रिलेशनशिप में थे. बयान में कहा गया है कि पुलिस ने आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के 27 वर्षीय गौरव पाल के रूप में की है, जो महिला से मिलने आया था, लेकिन महिला कथित तौर पर पिछले कुछ दिनों से उसे नजरअंदाज कर रही थी.
बयान में कहा गया है कि पाल ने कथित तौर पर महिला पर तब हमला किया जब वह अपनी बुक की गई कैब में बैठी थी. उसे पुलिस ने पकड़ लिया है. इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई है.
हालांकि, पीड़िता की मां ने मामले में पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया है.
उन्होंने दिप्रिंट से कहा, “वह मेरी बेटी को तब से परेशान कर रहा है जब उसने लगभग एक डेढ़ साल पहले उससे शादी करने से इनकार कर दिया था. हमने लगभग आठ से नौ महीने पहले साकेत पुलिस स्टेशन में दो-तीन शिकायतें की थीं और आखिरी शिकायत 27 सितंबर को दर्ज की गई थी.”
डीसीपी चौधरी के बयान में स्वीकार किया गया कि पीड़िता ने 10 सितंबर को पुलिस को फोन करके आरोपी द्वारा उत्पीड़न की शिकायत की थी और जब वह लाडो सराय इलाके में उसके आवास के बाहर खड़ा था. हालांकि, बयान में दावा किया गया कि निरीक्षण के लिए इलाके में पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने पाया कि विवाद उधार के पैसे को लेकर था. बयान में दावा किया गया, “कॉल करने वाली लड़की उस दिन कोई कार्रवाई नहीं चाहती थी, इसलिए FIR दर्ज नहीं की गई.”
पीड़िता की मां ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने कार्रवाई की मांग नहीं की. उनका दावा है कि यह मामला “झूठा और तर्कहीन” है. उन्होंने पूछा, “अगर लड़की को परेशान किया गया और प्रताड़ित किया गया तो वह उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं चाहेगी?”
‘गंभीर रूप से घायल’
पीड़िता की मां के मुताबिक, “मेरी बेटी सुबह करीब 6 बजे एक मीटिंग के लिए जा रही थी और जब वह टैक्सी में चढ़ रही थी, तभी यह आदमी अचानक आया और दूसरे दरवाजे से कार में घुस गया और उस पर हमला कर दिया. वह गंभीर रूप से घायल हो गई है. वह AIIMS ट्रॉमा सेंटर के आईसीयू में हैं. उसका दो बार ऑपरेशन किया जा चुका है लेकिन उसे अभी तक होश नहीं आया है.”
उन्होंने कहा कि आरोपी उनकी बेटी को परेशान कर रहा था, जबकि उसने करीब एक साल पहले उससे बात करना बंद कर दिया था.
आरोपी के संबंध में पहले पुलिस में की गई शिकायतों के बारे में बात करते हुए, पीड़िता की मां ने दावा किया कि सबसे हालिया शिकायत 27 सितंबर को की गई थी, जब आरोपी ने कथित तौर पर दिन में पीड़िता का गला घोंटने की कोशिश की थी. उन्होंने दावा किया कि वह तब बाहर थी जब मकान मालिक की बेटी, जिसने उस समय पीड़िता को “बचाया” था, ने उसे घटना के बारे में सूचित करने के लिए फोन किया.
मां का आरोप है कि कथित हमले के बाद पुलिस उनसे मिलने तक नहीं गई.
हालांकि, डीसीपी चौधरी ने 27 सितंबर को पुलिस में कोई शिकायत होने से इनकार किया है. चौधरी ने मां के आरोप के संबंध में एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा, “27 सितंबर को कोई घटना सामने नहीं आई.”
(संपादनः ऋषभ राज)
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